Maharashtra Politics: शिंदे से सबक लेकर दूसरी बार अजित ने दिया चाचा को गच्चा, 2019 चुनाव में कुछ ऐसी थी विधानसभा
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की सियासत एक बार फिर चर्चा में आ गई है, क्योंकि अजित पवार ने एनसीपी के साथ बगावत कर ली है और NDA में शामिल होकर डिप्टी सीएम बन गए हैं.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में अचानक सियासी उलटफेर देखने को मिला है. एनसीपी नेता अजित पवार ने एक बार फिर अपने चाचा शरद पवार से बगावत करते हुए NDA का दामन थाम लिया है. साथ ही अपने साथ तकरीबन 29 विधायकों को भी ले गए हैं. एनसीपी के पास कुल 55 विधायक थे. अजित पवार NDA का दामन थामने के बदले महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनाया गया है. वहीं खबर यह भी है कि अजित पवार गुट के तकरीबन 9 विधायकों को भी मंत्री बनाया जाएगा.
"अजित पवार ने शिंदे से सीखा सबक"
इससे पहले भी बगावत कर चुके हैं अजित पवार:
बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब अजित पवार ने एनसीपी के साथ बगावत की है. इससे पहले भी उन्होंने कुछ विधायकों को अपने साथ लेकर भाजपा के साथ सरकार बनाई थी. उस वक्त भी उन्हें डिप्टी सीएम बनाया गया था और देवेंद्र फणनवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. हालांकि यह सरकार ज्यादा देर नहीं चल पाई थी, क्योंकि शरद पवार ने अजित पवार को फिर से अपने खेमें में बुला लिया था और भाजपा ने जो अजित पवार के साथ मिलकर प्लान बनाया था वो नाकाम हो गया. क्योंकि अजित पवार को उद्धव ठाकरे वाली सरकार में भी डिप्टी सीएम बना दिया गया था. उस वक्त भारतीय जनता पार्टी को काफी शर्मिंदगी का एहसास करना पड़ा था.
चुनाव में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलीं?
दरअसल महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव साल 2019 में हुए थे. उस वक्त किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिली थी. इन चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 वहीं कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत हासिल हुई थी. वहीं 13 विधायक आज़ाद और 13 अन्य भी थे. जिसके बाद कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी ने मिलकर सरकार बनाई थी.