Maratha Reservation: मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलनकारियों का फिर फूटा गुस्सा, सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम के मुंह पर पोती कालिख
मनोज जरांगे मराठा आरक्षण की मांग को लेकर पिछले आठ दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और उनके अनशन को तुड़वाने के लिए सरकार के पसीने छूट गए हैं.
Maratha Reservation: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है, अब मराठा रिजर्वेशन की मांग करने वाले प्रदर्शनकारियों ने ठाणे के पास भिवंडी में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंद और डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के पोस्टर पर कालिख पोत दी. यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसमें साफतौर से देखा जा सकता है कि कुछ युवक बस लगे सीएम और डिप्टी सीएम के पोस्टर काले रंग का स्प्रे डालकर मुंह काला कर रहे हैं.
#WATCH | Maharashtra | Maratha reservation agitators blacken the posters of CM Eknath Shinde and Deputy CM Devendra Fadnavis in Bhiwandi, Thane. pic.twitter.com/gYT4EqgkEO
— ANI (@ANI) November 2, 2023
दिन प्रतिदिन आंदोलन हिंसक होता जा रहा है
बता दें कि महाराष्ट्र के कई हिस्सों में तोड़फोड़ के साथ आगजनी की गई है, इस पूरे आंदोलन का नेतृत्व मनोज जरांगे कर रहे हैं. अब उन्होंने ऐलान किया है कि जब तक मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिल जाता है. तब तक वह भूख हड़ताल पर बैठे रहेंगे. वहीं, मराठा रिजर्वेशन को लेकर आंदोलनकारी हिंसक प्रदर्शन कर रहे हैं, तो कहीं खुदकुशी की कोशिश हो रही है. आंदोलनकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक प्रदर्शन राज्य में जारी रहेगा. ऐसे में राज्य के चीफ मिनिस्टर एकनाथ शिंदे इस दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं.
मनोज जरांगे भूख हड़ताल पर बैठे
मनोज जरांगे मराठा आरक्षण की मांग को लेकर पिछले आठ दिन से भूख हड़ताल पर बैठे हैं और उनके अनशन को तुड़वाने के लिए सरकार के पसीने छूट गए हैं. सरकार कई बार उनसे अनशन तोड़ने की बात कह चुकी है. लेकिन वह हर बार हुंकार भरकर कहते हैं कि अगर महाराष्ट्र सरकार ने उनकी मांग को पूरा नहीं किया तो वह अन्न त्याग के साथ जल भी त्याग भी कर देंगे. अब दिन प्रतिदिन आंदोलन हिंसक होता जा रहा है. वहीं, शिंदे सरकार ने इस कदम उठाए हैं और सर्वदलीय बैठक कर इस बात को कहा था कि वह इस बात को स्वीकार करते हैं कि मराठा आरक्षण लागू होना चाहिए. लेकिन अन्य समुदाय के साथ किसी भी प्रकार से अन्याय नहीं होना चाहिए.