Maharashtra Politics: पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र की राजनीति में चल रही अस्थिरता रूकने का नाम नहीं ले रही है. पहले शिवसेना का टूटना फिर एनसीपी का दो धड़ों में बंटना महाराष्ट्र राजनीति की स्थिरता पर सवाल खड़ा करता है. एक साल पहले शिवसेना को तोड़ एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने 40 विधायकों के साथ भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बनने में कामयाब रहें. इसके बाद कुछ दिन पहले अजित पवार ने एनसीपी (NCP) को तोड़कर 40 विधायकों के साथ शिंदे-फडणवीस सरकार को समर्थन दिया है.
अजित पवार के सत्ता में आने के बाद शिंदे गुट के विधायक अपनी नाराजगी जाहिर कर रहे हैं. इसी मुद्दे पर ठाकरे सांसद विनायक राऊत ने बड़ा बयान दिया है. राउत ने कहा कि शिंदे गुट को तोड़ने की शुरुआत बीजेपी ने कर दी है. उन्होंने यह विश्वास भी जताया कि आने वाले किसी भी चुनाव में महाविकास अघाड़ी (MVA) की जीत होगी.
'एकनाथ शिंदे गुट को बर्बाद करेगी बीजेपी'
पुणे में मीडिया से बातचीत के दौरान विनायक राऊत ने कहा, ''आने वाले किसी भी चुनाव में महाविकास अघाड़ी की जीत होगी, जीत तय है.'' चाहे वे कितना भी साथ आ जाएं, चाहे कितनी भी आमने-सामने बैठकें कर लें, फिर भी जीत महाविकास अघाड़ी की ही होगी. महा विकास अघाड़ी में उद्धव ठाकरे, शरद पवार और कांग्रेस शामिल हैं. महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार पर बात करते हुए सांसद विनायक राउत ने कहा, 'हम पिछले कई महीनों से कैबिनेट विस्तार के बारे में बात कर रहे हैं. वे (शिंदे गुट) कितना भी प्रयास कर लें, कैबिनेट का विस्तार नहीं होगा. बीजेपी उन्हें मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं करने देगी. इसके विपरीत, एकनाथ शिंदे और उनके समूह का भाजपा से बर्बादी शुरू हो गया है.
'बीजेपी उन्हें सबक सिखाएगी'
इस चर्चा के बारे में पूछे जाने पर कि अजित पवार के सत्ता में आने के बाद शिंदे गुट के विधायक उद्धव ठाकरे से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं, इस पर जबाव देते हुए विनायक राउत ने आगे कहा, 'शिंदे गुट के विधायकों ने हमसे संपर्क किया है. लेकिन हमने अभी तक उनके लिए दरवाजे नहीं खोले हैं. उद्धव ठाकरे का रुख है कि वे गद्दारी करके गए हैं, उन्हें गद्दारी करने दो. बीजेपी ही उन्हें सबक सिखाएगी. उद्धव ठाकरे ने फैसला किया है कि वह वफादार शिवसैनिकों को साथ लेकर आगे बढ़ेंगे. इसे महाराष्ट्र में तूफानी प्रतिक्रिया मिल रही है.”
First Updated : Monday, 24 July 2023