Maharashtra Assembly Election 2024: महाराष्ट्र में राजनीतिक उथल-पुथल एक बार फिर जारी है. दरअसल एनडीए गठबंधन को आंतरिक कलह का सामना करना पड़ रहा है, खासकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की एनसीपी के बीच. भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के साथ गठबंधन बनाने के बावजूद, हाल के लोकसभा चुनावों में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गठबंधन के भीतर तनाव सामने आया है. अक्टूबर के आसपास विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में तीनों पार्टियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद तेज हो गया है.
हाल ही में एक विवाद विधानसभा सीट को लेकर है, जहां सीएम शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने दावा किया है. उनका तर्क है कि चूंकि एनसीपी बाद में भाजपा-शिवसेना गठबंधन में शामिल हो गई, इसलिए उनके पास इस सीट पर वैध अधिकार नहीं हैं. पूर्व विधायक और शिंदे गुट के नेता सदानंद चव्हाण ने इस निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने में शिवसेना की रुचि पर जोर दिया, बावजूद इसके कि 2019 के चुनावों में अजित पवार के खेमे के तहत एनसीपी के शेखर निकम ने इसे जीता था.
एक रिपोर्ट के अनुसार सदानंद चव्हाण ने शिवसेना के रुख को दोहराते हुए कहा कि निकम के सत्ता में रहने के बावजूद शिवसेना कार्यकर्ता चिपलून-संगमेश्वर में अपनी पार्टी का विधायक चुनने के लिए उत्सुक हैं. खुद पूर्व विधायक चव्हाण ने मौजूदा सीट समझौते के अनुसार एनसीपी के कब्जे को चुनौती देते हुए इस सीट से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई.
महाराष्ट्र के एनडीए गठबंधन के भीतर तनाव दोनों पार्टियों के भीतर फैला हुआ है. इससे पहले रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग लोकसभा क्षेत्र में नारायण राणे की जीत के बाद भाजपा और शिवसेना के बीच तनाव सामने आया था. राणे के बेटे नितेश राणे ने राज्य के मंत्री उदय सामंत पर वोटों को प्रभावी ढंग से स्थानांतरित करने में विफल रहने के कारण उनके चुनावी प्रदर्शन में बाधा डालने का आरोप लगाया.
First Updated : Monday, 01 July 2024