Maratha Reservation: मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी हिंसा देखी गई है, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्यपाल रमेश बैस से मुलाकात की है और अराजकता-हिंसा पर सरकार के द्वारा उठाए जा रहे कदम से अवगत कराया है. बता दें कि हिंसा के बाद प्रशासन ने धाराशिव, बीड और जालना इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है. इस मामले को लेकर शिवसेना के उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र जल रहा है, लेकिन इनकी बेशर्म राजनीति अब भी जारी है. इसके साथ ही राउत ने सर्वदलीय बैठक में उद्धव गुट के विधायकों को आमंत्रित नहीं करने पर नाराजगी जाहिर की है.
महाराष्ट्र में आरक्षण को लेकर कई क्षेत्रों में हिंसा बढ़ने लगी है, अव्यवस्था नहीं फैलने के लिए सरकार ने कई जगहों पर इंटरनेट बंद कर दिया है और एकनाथ शिंदे ने एक सर्वदलीय बैठक भी बुलाई है. जहां पर इस समस्या के समाधान पर चर्चा हो सके. कई विधायकों और सांसदों के ऑफिस के बाहर आगजनी भी की गई है. हिंसा को देखते हुए सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और शरद पवार की सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों को दिया आश्वासन
बता दें कि मुख्यमंत्री शिंदे ने मराठा आरक्षण और आंदोलनकारी कार्यकर्ता मनोज जारांगे को आश्वसन दिया है कि इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. दूसरी ओर उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि इस सरकार का क्या करें? भले ही महाराष्ट्र जल रहा हो, लेकिन उनकी बेशर्म राजनीति जारी है. मराठा आरक्षण पर मुख्यमंत्री ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, उस बैठक में शिवसेना को नहीं बुलाया गया. शिवसेना के पास 16 विधायक और 6 सांसद हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. जिनके पास एक विधायक है उन्हें भी निमंत्रण. जिनके पास एक भी विधायक नहीं है उन्हें भी निमंत्रण है. मतलबी मत बनो, लेकिन सवाल सुलझाओ. जारांगे पाटिल की जान बचाएं. संविधानेतर सरकार का तत्व भर दिया गया है। हिसाब-किताब का समय नजदीक आ रहा है. जय महाराष्ट्र!