Maharashtra Reservation : महाराष्ट्र में इन दिनों मराठा आरक्षण को लेकर राजनीति गरमाई हुई है. मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे आरक्षण की इस मांग को लेकर अनशन पर बैठे नजर आए. अब मनोज जरांगे का अनशन खत्म हो गया है. दरअसल शनिवार 27 जनवरी को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने जूस पिलाकर जरांगे का अनशन खत्म करवाया है. महाराष्ट्र सरकार ने उनकी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है. इसके बाद उन्होंने आज अपना प्रदर्शन समाप्त करने की घोषणा की और कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने उनकी सभी मांगें मान ली हैं.
मराठा समुदाय के लोगों को आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर मनोज जरांगे आंदोलन कर रहे हैं. जरांगे अपनी मांगों को लेकर अनशन पर बैठ गए. शनिवार को महाराष्ट्र सरकार ने मराठा मनोज जरांगे की सभी मांगे मान ली और इसी के साथ उन्होंने अपना अनशन भी खत्म कर दिया. नवी मुंबई में मराठों को दबदबा बढ़ गया है. मनोज और मराठा समुदाय का यह आंदोलन सफल रहा. राज्य सरकार से आरक्षण संबंधी मांगों का अध्यादेश सौंपा गया है. कुछ देर बाद नवी मुंबई के वाशी में मनोज जरांगे की विजय रैली होगी. इस बीच मुंबई के कुछ हिस्सों में कड़ी सुरक्षा भी देखने को मिली.
महाराष्ट्र सरकार द्वारा मराठा समुदाय के आरक्षण की सभी मांगों को स्वीकार करने पर मनोज जरांगे ने अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के लोगों के उन सभी रिश्तेदारों को कुनबी जाति प्रमाणपत्र जारी करने के लिए एक अधिसूचना जारी की है, जिनके रिकॉर्ड पाए गए हैं. उन्होंने नवी मुंबई के वाशी में यह घोषणा की.
बता दें मराठा समुदाय ओबीसी श्रेणी के तहत शिक्षा और नौकरी की मांग कर रहा है. साथ ही सभी मराठों के लिए कुनबी प्रमाण पत्र, किंडरगार्टन से पोस्ट ग्रेजुएशन तक फ्री शिक्षा और सरकारी नौकरी की भर्तियों में मराठों के लिए सीटों का आरक्षण शामिल है. First Updated : Saturday, 27 January 2024