ये कैसी लापरवाही: पैर में थी परेशानी... प्राइवेट पार्ट का कर डाला ऑपरेशन
Maharashtra news: महाराष्ट्र के एक अस्पताल से डॉक्टरों की गलती का बड़ा मामला सामने आया है. अपने दोस्तों के साथ खेलते समय लड़के के पैर में चोट लग गई थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया और डॉक्टरों ने उनके पैर की जगह प्राइवेट पार्ट की सर्जरी कर दी. अब पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और सच्चाई का पता लगाने की कोशिश कर रही है. इस तरह की कई खबरें सामने आती हैं, जो समय समय पर अस्पतालों को सवालों के घेरे में खड़ा कर देती हैं.
![maharashtra news](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_0/-maharashtra-news-236082063.webp)
Maharashtra news: एक नाबालिग लड़के के माता-पिता ने डॉक्टरों के खिलाफ शाहपुर उप-जिला अस्पताल प्रबंधन से शिकायत की है, उन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने गलती से उनके बेटे के प्राइवेट पार्ट की सर्जरी कर दी, क्योंकि उनके बेटे से पहले इसी तरह की समस्याओं वाले उसी उम्र के दो दूसरे मरीजों का ऑपरेशन किया गया था. जिसकी वजह से उस लड़के का भी ऑपरेशन कर डाला. हालांकि, डीन ने दावा किया कि लड़के को दोनों सर्जरी होनी थी.
ये मामला महाराष्ट्र के ठाणे जिले के शाहपुर से सामने आया है, जहां डॉक्टरों ने नौ साल के बच्चे के घायल पैर की जगह उसके प्राइवेट पार्ट की गलत सर्जरी कर दी. यह मामला एक सरकारी अस्पताल का है. उनके आरोप के बाद एक स्वास्थ्य अधिकारी ने मामले की जांच का आश्वासन दिया और पुलिस ने कहा कि वे जांच कर रहे हैं.
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, पैर में चोट लगने के कारण लड़के को शाहपुर उपजिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मरीज के परिवार वालों का कहना है कि, एक्स-रे किया गया और सभी रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि बच्चे के पैर का ऑपरेशन करना होगा.
अगले दिन उनके पैर की सर्जरी की तैयारी की गई. उनकी सर्जरी लगभग समान उम्र के दो बच्चों के बाद होनी थी, उन दोनों बच्चों की मूत्र पथ (Urinary Tract Surgery) की सर्जरी होनी थी. रिश्तेदारों ने बताया कि दो ऑपरेशन पूरे करने के बाद लड़के को ओटी में ले जाया गया.
जब सर्जरी के बाद उन्हें वार्ड में वापस लाया गया तो बच्चे की मां यह देखकर हैरान रह गईं कि की पैर की जगह सर्जरी प्राइवेट पार्ट की कर दी गई है. इसके बाद जब इस मामले में डॉक्टर से पूछताछ की गई तो उसके बाद लड़के को तुरंत ओटी में वापस ले जाया गया और उसके पैर का ऑपरेशन किया गया. शाहपुर अस्पताल के डीन डॉ. शिंदे ने कहा कि बच्चे के पैर में समस्या थी और फिमोसिस था, इसलिए दोनों सर्जरी एक के बाद एक की गईं. उन्होंने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.