PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 19 अक्टूबर को महाराष्ट्र में 511 प्रमोद महाजन ग्रामीण कौशल विकास केंद्रों का शुभारंभ किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. आज मां के पांचवें स्वरूप स्कंदमाता की आराधना का दिन है. हर माता की ये कामना होती है कि उसकी संतान को सुख और यश मिले. सुख और यश की ये प्राप्ति शिक्षा और कौशल से ही संभव है. आज पूरी दुनिया में भारत के स्किल्ड युवाओं की मांग बढ़ रही है. बहुत से देश ऐसे हैं, जहां पर बुजुर्गों की संख्या ज्यादा है और Trained युवा मुश्किल से मिल रहे हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, इस बारे में किए गए सर्वे बताते हैं कि दुनिया के 16 देश करीब 40 लाख स्किल्ड युवाओं को अपने यहां नौकरी देना चाहते हैं. भारत आज सिर्फ अपने लिए ही नहीं बल्कि दुनिया के लिए भी skilled professionals को तैयार कर रहा है. आगे उन्होंने कहा कि, जो नए कौशल विकास केंद्र महाराष्ट्र के गांवों में खुलने जा रहे हैं, ये भी युवाओं को दुनियाभर के अवसरों के लिए तैयार करेंगे.
नरेंद्र मोदी ने कहा कि, लंबे समय तक सरकारों में skill development को लेकर न वैसी गंभीरता थी और न ही वैसी दूरदृष्टि था. इसका बहुत बड़ा नुकसान हमारे युवाओं को उठाना पड़ा. इंडस्ट्री में डिमांड होने के बावजूद, युवाओं में टैलेंट होने के बावूजद, युवाओं को नौकरी पाना मुश्किल हो गया था. ये तो हमारी सरकार है, जिसने युवाओं में skill development की गंभीरता को समझा और skill development के लिए मंत्रालय बनाया, अलग से बजट तय किया गया और अनेक योजनाएं शुरू की गईं. हमने कौशल विकास के लिए एक अलग मंत्रालय बनाया और कौशल विकास के लिए हमारे पास एक समर्पित मंत्रालय है.
पीएम मोदी ने कहा कि, "माता सावित्री बाई फुले ने भारत में महिलाओं की शिक्षा के लिए सामाजिक बंधनों को तोड़ने का मार्ग दिखाया था. उनका अटूट विश्वास था कि जिसके पास ज्ञान और कौशल होता है वही समाज में परिवर्तन ला सकता है. माता सावित्री बाई फुले की प्रेरणा से ही सरकार बेटियों के शिक्षण और प्रशिक्षण पर समान जोर दे रही है. भारत सरकार ने पीएम विश्वकर्मा योजना भी शुरू की है."
इसके तहत training से लेकर आधुनिक उपकरण और काम को आगे बढ़ाने के लिए, हर स्तर पर सरकार आर्थिक मदद दे रही है. माता सावित्रीबाई से प्रेरणा लेते हुए सरकार महिलाओं की शिक्षा और प्रशिक्षण पर समान रूप से ध्यान केंद्रित कर रही है. आज स्वयं सहायता समूह के माध्यम से गांव-गांव में महिलाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है. महिला सशक्तिकरण कार्यक्रमों के तहत तीन करोड़ से अधिक महिलाओं को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है. First Updated : Thursday, 19 October 2023