Maharashtra Politics: 'शरद पवार का राष्ट्रपति लगाने का विचार था' देवेंद्र फडणवीस के बयान पर शरद पवार का पलटवार
देवेंद्र फडनवीस ने एक इंटरव्यू में कहा कि शरद पवार हमेशा कुछ न कुछ नई बाते बताते रहते हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन शरद पवार ने बोल दिया कि राष्ट्रपति शासन का कदम था और मैंने उठा दिया.
Lok Sabha Election 2023: महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार (4 अक्टूबर) को दावा किया वर्ष 2019 में एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रपति शासन लगाने का विचार किया था. उन्होंने यहां तक कह दिया कि राष्ट्रपति शासन लगााने का आइडिया ही शरद पवार का था. अब उप मुख्यमंत्री के इस बयान पर शरद पवार ने पलटवार किया है.
वह लोग मेरी बात क्यों सुनेंगे: शरद पवार
न्यूज एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए शरद पवार ने देवेंद्र फडणवीस के उस दावे को खारिज कर दिया. जिसमें वह कह रहे हैं कि राष्ट्रपति शासन लगाने का विचार एनसीपी प्रमुख का था. पवार ने कहा कि अगर उन्होंने (भाजपा) राष्ट्रपति शासन लगाने का फैसला किया तो हमें इसे मना क्यों करना चाहिए. उनके पास संख्या बल है, वह लोग मेरी बात क्यों सुनेंगे?
शरद पवार ने राष्ट्रपति शासन लगाने की बात कही: फडणवीस
बता दें कि देवेंद्र फडनवीस ने एक इंटरव्यू में कहा कि शरद पवार हमेशा कुछ न कुछ नई बाते बताते रहते हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन शरद पवार ने बोल दिया कि राष्ट्रपति शासन का कदम था और मैंने उठा दिया. मैं आज इसकी सच्चाई बताता हूं. राष्ट्रपति शासन लगाने का विचार ही शरद पवार का था. शरद पवार ने कहा कि मैं अब इतनी जल्दी पीछे नहीं हट सकता हूं, इसलिए आप जल्दी ही आपातकाल लगा दीजिए. राष्ट्रपति शासन लगने के बाद मैं पूरे महाराष्ट्र का दौरा करूंगा और फिर मैं यह कोशिश करूंगा की महाराष्ट्र को एक स्थाई सरकार मिले. इसलिए बीजेपी के साथ जा रहे हैं और अगर गठबंधन से सरकार बन जाएगी तो राष्ट्रपति शासन अपने आप हट जाएगा.
एनसीपी का लेटर मैंने टाइप किया
फडणवीस ने कहा कि जब राष्ट्रपति आपातकाल लगाते हैं तो सभी प्रमुख पार्टियों को लेटर दिया जाता है कि आप सरकार बनाना चाहते हैं. ऐसा एक लेटर एनसीपी को भी दिया गया. जो एनसीपी का लेटर मैंने टाइप किया था. जिसमें एनसीपी प्रमुख ने संशोधन करवाए थे. उन सभी करेक्शंस को ध्यान में रखते हुए लेटर वापिस राष्ट्रपति को दिया गया, इसमें बात का जिक्र था कि हम सरकार नहीं बनाना चाहते हैं, इसिलए राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाए.