15 दिनों में गिर जाएगी शिंदे सरकार, संजय राउत ने किया दावा, कहा-सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई नहीं होने से टला फैसला
शिवसेना (यूबीटी) के नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि शिंदे सरकार महज 15 दिनों की मेहमान है। सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई नहीं होने की वजह से शिंदे सरकार बची हुई है।
हाइलाइट
- सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई स्थगित होने से शिंदे सरकार बची हुई-संजय राउत
शिवसेना (यूबीटी) ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार 15 दिनों में के भीतर गिर जाएगी। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय राउत ने रविवार को जलगांव में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि "शिंदे सरकार का डेथ वारंट... सरकार 15 दिनों में गिर जाएगी।" संजय राउत ने कहा कि 'मैंने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि शिंदे सरकार 15 दिनों में गिर जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि मामले में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई स्थगित हो गई।' उन्होंने कहा कि अब जब अदालत का फैसला आ जाएगा, तो शिंदे सरकार गिर जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले शनिवार को संजय राउत ने दावा किया था कि बीजेपी ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से अपना बोरिया बिस्तर बांध लेने के लिए कहा है। संजय राउत एनसीपी नेता अजित पवार की उस टिप्पणी पर मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे जिसमें उन्होंने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए तैयार हैं। शुक्रवार को अजीत पवार ने कहा था कि 'न केवल 2024 में, बल्कि अब भी मैं मुख्यमंत्री पद के लिए दावा करने के लिए तैयार हूं।'
शिंदे सरकार में मंत्री गुलाबराव पाटिल ने उद्धव ठाकरे की रैली में पथराव करने की चेतावनी दी है। इस पर संजय राउत ने पाटिल पर आरोप लगाते हुए पलटवार किया। राउत ने आरोप लगया कि पाटिल कोरोना महामारी के दौरान अस्पतालों के लिए उपकरणों की खरीद में करोड़ों रुपये के में शामिल थे।
उद्धव ठाकरे ने रविवार को जलगांव के पचोरा में जनसभा की। शिवसेना के दिवंगत पूर्व विधायक की बेटी और ठाकरे गुट की नेता वैशाली सूर्यवंशी ने इस बैठक का आयोजन किया है। इस बैठक को लेकर मंत्री गुलाबराव पाटिल ने चेतावनी दी थी। पाटिल ने कहा था कि हम लोग जनसभा को पथराव कर बर्बाद करने वाले लोग हैं। उद्धव ठाकरें ने कहा कि 'शिवसेना वही है जो कुछ लोगों ने सोचा था। अरे जिद्दी.. वो कहते हैं हम मीटिंग में एंट्री करेंगे। ऐसे कई एंट्रेंस हमने देखे हैं।'
'चुनाव आयुक्त धृतराष्ट्र बन गए हैं'-ठाकरे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि "अगर आप पाकिस्तान से पूछेंगे कि शिवसेना किसकी है तो वे भी आपको बताएंगे। लेकिन, हमने चुनाव आयुक्त को मोतियाबिंद के साथ नहीं देखा। वे धृतराष्ट्र बन गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह नहीं पहचाना कि यह शिवसेना का महाराष्ट्र है।"