Sanatan Dharma Row: तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के द्वारा सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी को खारिज करते हुए शिवसेना (उद्धव गुट) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा कि पूरे देश में गुस्सा भड़काना ठीक बात नहीं है और उनके बयान से कोई सहमत नहीं, इसलिए इस तरह के बयान देने नहीं चाहिए. बता दें कि उदयनिधि डीएमके के अध्यक्ष हैं और डीएमके विपक्षी गठबंधन का घटक है.
संजय राउत ने कहा कि सनातन धर्म को लेकर दक्षिण के खास क्षेत्र में उसका कुछ और महत्व या अर्थ हो सकता है. लेकिन उसे बड़े भूभाग पर लागू करना सही बात नहीं है. ऐसे विचार भले ही व्यक्तिगत हो, लेकिन उसे सीमित रखना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि धर्म पर की गई टिप्पणी उनका निजी विचार हो सकता है और यह द्रविड़ संस्कृति का हिस्सा भी हो सकता है.
बता दें कि इस हफ्ते उदयनिधि ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया से कर दी थी, जिसके बाद उनके खिलाफ लोगों में आक्रोश देखने को मिला था. इस बयान के बाद बीजेपी ने विपक्षी पार्टी के द्वारा बनाया गया गठबंधन INDIA को चौतरफा घेरना शुरू कर दिया था. इसके साथ ही डीएमके के लोकसभा सांसद के बयान ने मामले को और भड़क दिया, जब उन्होंने सनातन की तुलना कुष्ठ रोग एचआईवी से कर दी. इस टिप्पणी के बाद बीजेपी ने कहा कि विपक्षी गठबंधन हिंदू विरोधी है.
हिंदू धर्म में जातिवाद को लेकर संजय राउत ने कहा कि धर्मों में अंधविश्वास और मान्यताएं होती हैं. लेकिन छुआछूत जैसे मुद्दों पर विरोध की आवाज हिंदू धर्म से ही उठी थी, राजा राममोहन राय, ज्योतिबा फुले से लेकर डॉ. अंबेडकर जैसे समाज सुधारकों ने ये सब देखा है. यही वजह है कि सनातन धर्म अभी तक जिंदा है. ए राजा और उदयनिधि की टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने अपने आपको इससे अलग रखा है. First Updated : Friday, 08 September 2023