आज 13 दिसंबर को पूरा देश पुरानी संसद पर हमले की बरसी मना रहा है. पुरानी संसद की बरसी के दिन आज 22 साल बाद नई संसद में जो हुआ उसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे. 2001 में पुरानी संसद में आतंकी हमला हुआ था और आज 22 साल बाद फिर एक बार नई संसद की सुरक्षा में चूक हुई.
इस पूरे वाकया को जिसने भी देखा वो सन्न रह गया. शीतकालीन सत्र की कार्यवाही बुधवार को चल रही थी. लोकसभा में बीजेपी सांसद खगेन मुर्मू बोल रहे थे. बीजेपी सांसद राजेंद्र अग्रवाल सभापति की कुर्सी पर थे. तभी किसी के कुदने की आवाज आई.
बीएसपी के सांसद मलूक नागर ने इस पूरी घटना को बताते हुए कहा कि, यह कुछ ऐसा था जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी. संसद में मौजूद सभी लोग डर गए थे. दोनों युवक संसद में बेंच पर इधर-उधर कूदने लगे. संसद में खलबली मच गई थी.
संसद में मोजूद बीएसपी के सांसद मलूक नागर ने युवक को दबोचा. जिसके बाद युवक ने अपने हाथ में पकड़ा हुआ डिब्बा खोला, जिसमे से पीला धुआं निकलने लगा. संसद में खलबली मच गई थी.
बीएसपी सांसद ने नागर ने आगे बताया कि, 'जहां पर हम लोगों की सीट है, वहीं ऊपर दर्शक दीर्घा है. शून्य काल चल रहा था, 5-7 मिनट ही बचे थे. अचानक मुझे लगा कि जैसे किसी ने मेरी बेंच को धक्का दे दिया है. मैं कुछ समझ पाता, उससे पहले युवक बेंच पर कूदने लगे"
नागर ने बताया कि युवक के कूदते ही सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी थी. संसद में मौजूद सभी सांसद गए थे. सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा करते समय सांसद राजेंद्र अग्रवाल भी बहुत घबराए दिख रहे थे और उनकी आवाज में घबराहट साफ दिख रही थी. उस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी भी सदन में मौजूद थे. First Updated : Wednesday, 13 December 2023