CWC बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे का सियासी तेवर, राहुल को दी नसीहत

Congress Working Committee meeting: कांग्रेस कार्य समिति की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे ने पार्टी और संगठन के कई बड़े नेताओं की क्लास लगाई. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष ने राहुल गांधी को भी नसीहत दी. राहुल ने कहा कि कांग्रेस हमेशा पुनर्जन्म लेने वाली पार्टी है और आगे भी रहेगी, इस पर खरगे ने कहा कि कांग्रेस अजर अमर है, जो अजर अमर होता है, उसे पुनर्जन्म की जरूरत नहीं होती.

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Congress Working Committee meeting: कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे ने पूरे फॉर्म में दिखते हुए राहुल गांधी और अन्य नेताओं को नसीहत दी. राहुल गांधी ने चुनावी हारों के बारे में बात करते हुए कहा कि हार से घबराने की जरूरत नहीं है, कांग्रेस हमेशा पुनर्जन्म लेने वाली पार्टी है. इस पर खरगे ने मुस्कुराते हुए कहा कि कांग्रेस अजर और अमर है, उसे पुनर्जन्म की जरूरत नहीं होती. राहुल ने तुरंत स्वीकार किया कि कांग्रेस अजर और अमर है.

खरगे ने पार्टी के सियासी रणनीतिकार और सर्वे करने वाले सुनील कोनूगोलु की भी क्लास लगाई. उन्होंने कहा, "जो तुम कहते हो वह नहीं होता. तुम्हारे रिकॉर्ड में हर जगह हार ही होती है. अगर तुम सही दिशा में काम करते तो कुछ सुधार होता." खरगे ने ये बात राहुल और प्रियंका गांधी के सामने कही.

राहुल-प्रियंका के सामने खरगे ने उठाए कांग्रेस के मुद्दे

इसके बाद खरगे ने झारखंड के चुनाव में हारे कांग्रेस नेता अजॉय कुमार को भी निशाने पर लिया. जब अजॉय ने चुनावी सुधारों पर सुझाव दिए, तो खरगे ने कहा, "तुम कई सालों तक कई राज्यों के प्रभारी रहे, लेकिन तुम्हारा रिकॉर्ड ठीक नहीं है. इतने सालों में अगर तुमने सही काम किया होता, तो शायद यहां हमें सुझाव देने की जरूरत नहीं पड़ती."

खरगे ने कांग्रेस के सियासी रणनीतिकारों पर किया सवाल

इसके अलावा, खरगे ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश को भी आड़े हाथों लिया. मोहन प्रकाश ने कांग्रेस की वापसी के लिए कुछ कड़े कदम उठाने की बात की थी, जिस पर खरगे ने कहा कि अगर वे ये कदम पहले ही उठा चुके होते तो आज हालात कुछ और होते.

मल्लिकार्जुन खरगे ने उठाए अहम सवाल

कुल मिलाकर, खरगे ने कांग्रेस की कमियों को सुधारने और बड़े कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया. चुनाव आयोग पर सवाल उठाने और पूरी चुनावी प्रक्रिया को कटघरे में खड़ा करने पर सभी नेता सहमत हुए. 2018 में राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी ने ईवीएम के बजाय बैलट से चुनाव कराने का प्रस्ताव पास किया था. 2023 में इंडिया गठबंधन के दलों ने ईवीएम में चुनाव होने पर वीवीपैट पर्चियों की 100% गिनती की मांग की थी. अब, इन मुद्दों को जनता तक पहुंचाने के लिए बैलट के पक्ष में एक आंदोलन शुरू किया जाएगा. First Updated : Saturday, 30 November 2024