खड़गे ने BJP को बताया 'आतंकी पार्टी', पलटवार की आंच सोनिया गांधी तक पहुंची; पूछा किसके लिए आंसू बहाए?
Politics Kharge Statement: भारतीय जनता पार्टी को आतंकी पार्टी बताते हुए आए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर सियासत तेज हो गई है. अब इस बयान में पलटवार आने लगे हैं जिसकी आंच सोनिया गांधी तक पहुंच रही है. मामले में सख्त रुख अपनाते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का बयान आया है.
Politics Kharge Statement: 12 अक्टूबर को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने PM मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रगतिशील लोगों को अर्बन नक्सल कहा जा रहा है. यह उनकी आदत है. उनकी पार्टी खुद एक आतंकी पार्टी है. अब खड़गे के इस बयान पर सियासी पारा चढ़ गया है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) की ओर से इसे लेकर लगातार पलटवार हो रहे हैं और उनकी आंच गांधी परिवार तक पहुंच रही है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस प्रमुख खड़गे पर पलटवार किया है और उन्होंने सवाल किया है कि आखिर सोनिया गांधी ने किसके लिए आंसू बहाए थे.
शनिवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को "आतंकी पार्टी" कहने वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. जोशी ने यूपीए शासन के दौरान हुई आतंकवादी घटनाओं का जिक्र करते हुए कांग्रेस पर आतंकियों के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाया है.
अफजल गुरु और बाटला हाउस एनकाउंटर
जोशी ने कांग्रेस पर अफजल गुरु के प्रति नरमी बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि सोनिया गांधी ने बाटला हाउस एनकाउंटर में मारे गए आतंकियों के प्रति सहानुभूति व्यक्त की थी. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आतंकवादी गतिविधियों में बड़ी कमी आई है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा को 'आतंकी पार्टी' कह दिया, लेकिन यह वही सोनिया गांधी थीं जिन्होंने बाटला हाउस में मारे गए आतंकियों के लिए आंसू बहाए थे.
कांग्रेस ने अफजल गुरु के प्रति नरमी दिखाई थी. यह कांग्रेस ही थी जिसने 2004 में पोटा को समाप्त कर दिया. उनके प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अलगाववादी उग्रवादियों से हाथ मिलाया था. आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने आतंकवादी गतिविधियों में बड़ी गिरावट देखी है. आज कश्मीरी युवाओं के पास पत्थर नहीं बल्कि रोजगार हैं, जबकि कांग्रेस शासन में यह स्थिति उलटी थी.
खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया
12 अक्टूबर को खड़गे ने पीएम मोदी के उस दावे को खारिज किया जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस "अर्बन नक्सल" द्वारा नियंत्रित है. खड़गे ने भाजपा पर अनुसूचित जातियों और आदिवासियों के खिलाफ हिंसा में संलिप्त होने का आरोप लगाया. खड़गे ने कहा कि उनकी पार्टी (भाजपा) खुद एक आतंकी पार्टी है. वे लोग लिंचिंग करते हैं, अनुसूचित जातियों के लोगों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं, उनके मुंह में पेशाब करते हैं. वे इन घटनाओं का समर्थन करते हैं और फिर दूसरों पर आरोप लगाते हैं.
'कांग्रेस ने आतंकवाद को हिंदुओं से जोड़ा'
खड़गे के इन बयानों पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केसवन ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी. केसवन ने कांग्रेस पर साम्प्रदायिक मानसिकता रखने और समाज में विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि खड़गे के बयान कांग्रेस की विभाजनकारी और साम्प्रदायिक सोच को उजागर करते हैं जो ब्रिटिश शासन की 'फूट डालो और राज करो' की नीति जैसी है. जब कांग्रेस आतंकवाद पर बात करती है तो देश को यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्होंने आतंकवाद को हिंदू समुदाय से जोड़ने की कोशिश की थी.