Kharge-Kejriwal Meeting: दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की, तो इस मुलाकात का राजनीतिक महत्व किसी को पता नहीं चला. हालांकि, राजनीतिक दलों के बीच सीट बंटवारे का मुद्दा कठिन है और बैठक ने संकेत दिया कि दिल्ली और पंजाब में दोनों दलों ने एक विवादास्पद मामले को सुलझाने की कोशिश की है. लेकिन जिस चीज़ ने वास्तव में इंटरनेट यूजर्स का ध्यान खींचा वह वह था जो खड़गे का मुफलर पहनना.
कर्नाटक से आने वाले कांग्रेस नेता ने दिल्ली की कड़कड़ाती ठंड से बचने के लिए मुफलर पहना हुआ था. जिस तरह से उन्होंने इसे पहना हुआ था वह लोगों को केजरीवाल की ट्रेडमार्क स्टाइल की याद दिला दी. मुख्यमंत्री केजरीवाल कुछ समय पहले ही मुफलर को एक तरह का राजनीतिक बयान बना दिया था, जिसे वह सिर पर पहनकर राजनीतिक आंदोलनों में भाग लेते थे.
गौरतलब है कि कुछ साल पहले अरविंद केजरीवाल ने इस स्टाइल को छोड़ दिया था. दो साल पहले दिल्ली में भीषण ठंड के बावजूद भी उन्होंने मुफलर नहीं पहना तो लोगों को आश्चर्य हुआ कि केजरीवाल ने अपना ट्रेडमार्क मफलर क्यों नहीं पहना था. साल 2019 में जब उनसे ट्विटर पर पूछा गया कि उन्होंने अपनी ट्रेडमार्क पोशाक क्यों छोड़ी, तो उन्होंने जवाब दिया: "मैंने बहुत समय पहले मफलर उतार दिया था. आपने ध्यान नहीं दिया. बहुत ठंडा है. आप सभी अपना ख्याल रखें."
जब 2013 में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी अप्रत्याशित रूप से सत्ता में आई, तो उनके राजनीतिक विरोधियों ने उनके 'आम आदमी' आचरण का मजाक उड़ाया, जिसमें उनके कान और सिर पर लिपटे ट्रेडमार्क मफलर भी शामिल थे.
विरोधियों के तमाम आरोपों के बाद भी बिना किसी डर के आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की एक आम आदमी की छवि को मजबूत करने के लिए एक साधारण स्वेटर के साथ मफलर का इस्तेमाल किया. 2015 के चुनाव से पहले आप ने टैगलाइन "मफलर मैन रिटर्न्स" के साथ एक चुनाव अभियान चलाया. नाम जनता के बीच गूंज गया; पार्टी ने दिल्ली विधानसभा की 70 में से 67 सीटें जीतीं. First Updated : Sunday, 14 January 2024