सांसदों की चैट लीक होने के बाद एक्शन में ममता बनर्जी, महुआ मोइत्रा को दी सख्त चेतावनी
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ममता बनर्जी को महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच हुई झड़प की पूरी घटना की जानकारी दी है. इसके बाद ममता का संदेश एक महिला राज्यसभा सांसद के जरिए महुआ तक पहुंचाया गया. संदेश में महुआ को कड़ी चेतावनी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और पार्टी से निलंबित भी किया जा सकता है.

तृणमूल कांग्रेस की अंदरूनी खींचतान अब सबके सामने आ गई है. टीएमसी सांसदों की व्हाट्सएप चैट और कुछ वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर सामने आए, जिसके बाद टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी बेहद नाराज बताई जा रही हैं. सूत्रों के अनुसार,पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा को कड़ी चेतावनी दी है. मोइत्रा और उनके साथी टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बीच हुई बहस के बाद मोइत्रा को यह वार्निंग दी गई है. सूत्रों ने बताया कि मोइत्रा को चेतावनी दी गई है कि वे 'पीछे हट जाएं या पार्टी से निलंबन का सामना करें.'
टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ममता बनर्जी को महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच हुई झड़प की पूरी घटना की जानकारी दी है. इसके बाद ममता का संदेश एक महिला राज्यसभा सांसद के जरिए महुआ तक पहुंचाया गया. संदेश में महुआ को कड़ी चेतावनी दी गई है, जिसमें कहा गया है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और पार्टी से निलंबित भी किया जा सकता है.
मोइत्रा को कल्याण बनर्जी से दिक्कत है?
सूत्रों के अनुसार, महुआ मोइत्रा और कल्याण बनर्जी के बीच चल रहा तनाव कई मुद्दों से उपजा है. महुआ कथित तौर पर कल्याण बनर्जी से इस बात से नाराज हैं कि उन्हें लोकसभा में बोलने का पर्याप्त समय नहीं दिया गया, क्योंकि वे कई पार्टी सांसदों के बीच फ़्लोर टाइम मैनेज करने के लिए जिम्मेदार हैं. महुआ, जो ज्यादातर मुद्दों पर अपनी राय रखना चाहती हैं. उन्हें कई मौकों पर बोलने का समय नहीं मिला, जिससे वह नाराज हैं.
इसके अलावा, पार्टी और मीडिया दोनों में कल्याण बनर्जी की बढ़ती लोकप्रियता ने कथित तौर पर महुआ को असुरक्षित महसूस कराया है. स्थिति तब और बिगड़ गई जब महुआ ने कथित तौर पर कल्याण बनर्जी और उनकी बेटी के खिलाफ़ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. एक बार तो उन्होंने कल्याण बनर्जी को 'छोटो लोक' (बंगाली में एक अपमानजनक शब्द जिसका अर्थ है 'नीच व्यक्ति') तक कह दिया, जिससे वह बहुत आहत हुए और उनके रिश्ते और भी खराब हो गए.
टीएमसी सांसदों के बीच जुबानी जंग
इससे पहले दिन में बीजेपी ने टीएमसी के सांसदों के बीच हुई बहस के वीडियो और स्क्रीनशॉट जारी करके विवाद खड़ा कर दिया. कल्याण बनर्जी और कीर्ति आजाद के बीच कथित व्हाट्सएप बातचीत के स्क्रीनशॉट को भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किया. मालवीय ने बनर्जी और मोइत्रा के बीच हुई बहस का वीडियो फुटेज भी साझा किया. मालवीय के अनुसार, यह विवाद 4 अप्रैल को भारत के चुनाव आयोग मुख्यालय में हुआ था, जहां दोनों टीएमसी नेता ज्ञापन सौंपने गए थे. उन्होंने दावा किया कि स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि सांसदों में से एक ने पुलिस हस्तक्षेप की मांग की.
EC ऑफिस के बाहर हुआ ड्रामा
राज्यसभा सांसद बनर्जी के करीबी सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर उनके और पार्टी सहयोगी महुआ मोइत्रा के बीच मतभेद शुरू हो गया, जिसके कारण तीखी नोकझोंक हुई. अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कल्याण बनर्जी को उन सांसदों से हस्ताक्षर एकत्र करने का काम सौंपा था जो चुनाव आयोग से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे. सूत्रों ने बताया कि उस दिन सुप्रीम कोर्ट में अपनी प्रतिबद्धताओं के कारण, बनर्जी ने कथित तौर पर यह काम अपने सचिव को सौंप दिया था.
हालांकि बैठक सुबह 10 बजे के लिए तय की गई थी, लेकिन बनर्जी ने उम्मीद से पहले ही अपना कोर्ट का मामला निपटा लिया और व्यक्तिगत रूप से प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने का फैसला किया. हालांकि, जैसे ही वे ईसीआई कार्यालय पहुंचे, तनाव बढ़ने की खबर है. सूत्रों का दावा है कि सांसद महुआ मोइत्रा ने बनर्जी से इस बात पर सवाल किया कि उनके हस्ताक्षर क्यों नहीं लिए गए. सूत्रों ने बताया कि जवाब में बनर्जी ने कथित तौर पर उनसे कहा कि उनका नाम आयोग से मिलने वाले सांसदों की मूल सूची में शामिल नहीं था.


