अश्लील वीडियो देख रहा था युवक, आ गया CBI का नोटिस, लेनी पड़ी वकील की मदद
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में अश्लील वीडियो देखने पर एक आदमी को सीबीआई का नोटिस मिला है. हालांकि, जांच में पता चला कि यह नोटिस सीबीआई ने नहीं, बल्कि कुछ ठगों द्वारा भेजी गई थी. पीड़ित के वकील ने बताया कि इस नोटिस को देखकर उनका क्लायंट बुरी तरह से डर गया था.
CBI Notice: अगर आप भी पोर्न देखने के शौकिन हैं और अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल पर इस तरह के अश्लील वीडियो देखते हैं, तो जरा सावधान हो जाएं. हमारे देश में ऐसे कई साइटें हैं जो पूरी तरह से प्रतिबंधत हैं. इन साइटों पर क्लिक करने से आप पुलिस के नजरों में तो आ ही सकते हैं, वहीं जालसाज आपको ठगी का शिकार भी बना सकते हैं. आप इन ठगों के जाल में फंस कर अपने जीवन की मोटी कमाई भी गवां सकते हैं. अगर आप सोच रहें हैं कि क्या ऐसा संभव है. तो जवाब है हां और ऐसी घटना पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में रहने वाले एक युवक के साथ हुआ भी है. बता दें कि सिलीगुड़ी के वरिष्ठ वकील अत्री शर्मा ने बताया कि उनके एक क्लायंट को सीबीआई ने एक नोटिस भेजा है.
सीबीआई द्वारा भेजे गए उस नोटिस को लेकर उनका क्लायंट उनके पास आया. जब उन्होंने उस नोटिस को लेकर जांच कराई तो जो बात सामने निकल कर आई उसने सबको चौंका दिया. दरअसल, उस नोटिस का सीबीआई ने नहीं बल्कि किसी और ने भेजा था. ठगों के गिरोह ने सीबीआई के मुहर का कॉपी कर युवक को ठगने की कोशिश कर रहे थे. जालसाजों ने युवक को डराया कि उसने प्रतिबंधित पोर्न साइट को क्लिक करने की कोशिश की है. जानकारी के मुताबिक, पीड़ित व्यक्ति अक्सर अपने मोबाइल पर पोर्न वीडियो देखता है. इस दौरान उसने कई बार चाइल्ड पोर्न भी सर्च किया था.
पीड़ित युवक के मेल पर मिला नोटिस
पीड़ित युवक के वकील ने कहा कि उसका क्लायंट रात में पोर्न साइट पर सर्फिंग के बाद मोबाइल बंद कर के सो गया. जब सुबह वह उठा और अपना मेल चेक किया तो उसमें सीबीआई का नोटिस मिला. नोटिस में उसे कई गंभीर धाराओं में आरोपी बताते हुए सीबीआई मुख्यालय में हाजिर होने का आदेश दिया गया था. इसके साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी बताया गया था. इसे देखकर वह डरते हुए वकील को फोन कर इसकी जानकारी दी. इसके बाद वकील ने उसने धैर्य रखने और वहीं इमेल उन्हें भेजने को कहा.
भारत में कई पोर्न साइटों को खोलना अपराध
वकील ने बताया की जैसे ही उन्होंने उस ईमेल को देखा, उन्हें पता लग गया की यह फर्जी है. हालांकि, उसके बाद वकील न ने मेल की जांच कराई और अपने क्लायंट को इसके बारे में जानकारी दी. इसके बाद उसने राहत की सांस ली. बताते चलें कि देश में सौ से अधिक पोर्न साइटें पूर्म रूप से प्रतिबंधित हैं. इन साइटों पर क्लिक करना भी अपराध है. हालांकि सरकार की ओर से ही इन साइटों पर फॉयरवॉल लगाकर रखा गया है. इसके चलते भारत में किसी भी नेटवर्क पर यह साइट खुलते ही नहीं. इसमें चाइल्ड पोर्न से संबंधित साइटें अहम हैं.