Manipur Firing: पिछले कई महीने से मणिपुर जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. इस आग में अब-तक हजारों लोग जल चुके हैं. पिछले एक-दो महीने में ये आग थोड़ी ठंडी हुई थी लेकिन शनिवार 30 दिसम्बर को ये चिंगारी फिर से भड़क उठी. मणिपुर के सीमावर्ती शहर मोरे में उग्रवादियों ने मणिपुर पुलिस कमांडो पर रॉकेट लॉन्चर से हमला कर दिया. उग्रवादियों ने रॉकेट कंट्रोल ग्रेनेड (आरपीजी) का भी इस्तेमाल किया. इस हमले में अब-तक चार कमांडों के घायल होने की खबर आई है. सभी घायल कमांडों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, मणिपुर में उग्रवादियों ने एक दिन में दो बार हमला किया. पुलिस बैरक पर हमला करने से पहले उग्रवादियों ने इम्फाल-मोरे राजमार्ग पर यात्रा कर रहे मणिपुर कमांडो की एक अन्य इकाई पर दिन के दौरान हमला किया गया था. इसके बाद उन्होंने मोरे में पुलिस बैरक को निशाना बनाया. इम्फाल-मोरे राजमार्ग पर हुए हमले में एक कमांडो के घायल होने की खबर है .
इस घटना की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों ने पहाड़ियों में छिपकर हमला किया. इसके साथ ही रात का फायदा उठाकर पुलिस बैरकों पर करीब आधे घंटे तक गोलीबारी की. इस घटना में चार कमांडो घायल हुए हैं जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है जबकि विस्फोट के कारण एक कमांडो के कान में चोट लगने की भी खबर है. इस घटना के बाद से मोरे शनिवार दोपहर से हाई अलर्ट पर है.
मणिपुर में कुकी-मैतेई समुदाय के बीच जारी हिंसा शनिवार सुबह एक बार फिर से भड़क उठी. करीब एक महीने से हिंसा में आई कमी के बाद शनिवार की सुबह एक बार फिर मैतेई और कुकी गांव के लड़ाकों के बीच गोलीबारी हुई. इस गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि इससे पहले 4 दिसंबर को टेंग्नौपाल जिले में गोलीबारी में 13 लोग मारे गए थे. First Updated : Sunday, 31 December 2023