Manipur Violence : मणिपुर में 10 जुलाई तक इंटरनेट पर रहेगी पाबंदी, हिंसा में अबतक 120 लोगों की मौत
Manipur News : मणिपुर में अब 10 जुलाई तक इंटरनेट सेवा पर रोक रहेगी. बुधवार को सरकार ने कहा कि शांति और सार्वजनिक व्यवय्था में किसी भी गड़बड़ को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है.
Manipur News : मणिपुर में दो समुदायों के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य में हिंसा भयानक रूप लेती जा रही है. इस बीच मणिपुर सरकार ने प्रदेश में शांति बनाए रखने के लिए इंटरनेट प्रतिबंध की सीमा को बढ़ा दिया है. राज्य में अब 10 जुलाई तक इंटरनेट सेवा पर रोक रहेगी. बुधवार को सरकार ने कहा कि शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी गड़बड़ को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है. इससे पहले सरकार ने 30 जून तक इंटरनेट सेवा पर रोक लगाई थी.
इंटरनेट पर बढ़ा प्रतिबंध
मणिपुर में हिंसा को रोकने के लिए केंद्र व राज्य सरकार समेत सुरक्षा बल लगातार प्रयास कर रहे हैं लेकिन विवाद थम नहीं रहा है. लोग इंटरनेट के माध्यम से किसी भी तरह की हिंसा को भड़काने की कोशिश न करें इसलिए राज्य में 10 जुलाई को दोपहर 3 बजे तक इंटरनेट बंद रहेगा. इस फैसले पर गृह आयुक्त टी. रणजीत सिंह ने कहा कि आशंका है कि कुछ असामाजिक तत्व जनता की भावनाएं भड़काने वाली तस्वीरें, नफरत भरे भाषण व वीडियो संदेश को पोस्ट करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं. जिसका असर कानून-व्यवस्था पर हो सकता है.
हिंसा में 120 लोगों की गई जान
3 मई को मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच विवाद हिंसा भड़की थी. इस विवाद में अबतक लगभग 120 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. वहीं 3 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. आपको बता दें कि विवाद कारण मेइती समुदाय की अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में जनजातीय एकजुटता मार्च आयोजित किया गया था. कांग्रेस ने मुद्दे को लेकर कहा कि वह जल्द शुरू होने वाले मानसून सत्र में मणिपुर हिंसा के मामले पर सरकार से जवाब और जवाबदेही की मांग करेगी.