GST Collection : मणिपुर में मई महीने में जातीय हिंसा शुरू हुई थी. यह विवाद अब भी जारी है. इस हिंसा में अब तक लगभग 160 लोगों की मृत्यु हो चुकी है. कई लोगों के घरों को आग के हवाले कर दिया गया और हजारों लोग बेघर हो गए. आलम यह है कि राज्य की जनता को राहत शिविर में रहकर दिन गुजारने पड़ रहे हैं. हिंसा की वजह से राज्य में लंबे समय से बाजार ठप पड़ा हुआ है. जिसका असर मणिपुर की अर्थव्यवस्था पर देखने को मिल रहा है.
मणिपुर में हिंसा के कारण जीएसटी कलेक्शन में गिरावट आई है. वित्त मंत्रालय ने जुलाई 2023 के लिए जीएसटी कलेक्शन के आकड़ें जारी किए. इन आंकड़ों के अनुसार मणिपुर ऐसा राज्य है जिसके जीएसटी कलेक्शन में गिरावट आई है. बाकी राज्यों में जीएसटी कलेक्श नें उछाल देखने को मिला है. वहीं मणिपुर में जीएसटी कलेक्शन घटकर 42 करोड़ रुपये पहुंच गया है. जो कि जुलाई 2022 की तुलना में बहुत कम है. आपको बता दें कि जून में राज्य में जीएसटी कलेक्शन 60.37 करोड़ रुपये था. इस हिसाब से जून के मुकाबले जुलाई में 30.61 जीएसटी कलेक्शन घटा है.
मणिपुर हिंसा की वजह से प्रदेश की अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है. राज्य में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा के कारण एक्सपोर्ट्स में 80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई. प्रदेश मोयरांफी, लेसिंगफ, लीरम और फैनेक जैसे फैब्रिक के लिए मशहूर है. इनकी अमेरिका, यूरोप और सिंगापुर में अच्छी खासी डिमांड है. लेकिन विवाद के कारण राज्य में इंटरनेट सेवा पर रोक लगी हुई है, जिससे अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है. बाजार, बैंक, समेत एटीएम जैसी सेवाएं भी बंद हैं. First Updated : Wednesday, 02 August 2023