रेप किया, शरीर में ठोकी कीलें फिर जलाया जिंदा, 3 बच्चों की मां के साथ हैवानियत की हदें पार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा
Manipur Violence: मणिपुर में लगातार काफी समय से हिंसा जारी है जो खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच एक ऐसी खबर सामने आई है जो दिल दहला देने वाली है. यहां एक 3 बच्चे की मां के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी गई. इतना ही नहीं उसे जिंदा जला भी दिया.
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. इस बीच एक दिल दहला देने वाली है. यहां एक 3 बच्चे की मां के साथ हैवानियत की सारी हदे पार कर दी गई. इतना ही नहीं उसे जिंदा जला भी दिया. बता दें कि पीड़िता के साथ इस कदर हैवानियत किया गया था कि पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी देखकर कांप गए. इस जघन्य अपराध ने इलाके में जबरदस्त हिंसा को जन्म दिया. अब इस मामले की अटॉप्सी रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें महिला के साथ की गई बर्बरता का खौफनाक सच उजागर हुआ है.
दरअसल, मणिपुर के जिरीबाम जिले में 7 नवंबर को एक दिल दहला देने वाली घटना घटी. कुछ उग्रवादियों ने एक 31 साल की महिला के साथ दरिंदगी की सारी सीमाएं पार कर दी. उग्रवादियों ने पहले तो महिला के साथ रेप किया और इससे भी उसका मन नहीं भरा तो उसके पूरा शररी पर कीलें ठोक दी और फिर जिंदा जला दिया.
महिला के शरीर पर ठोंका गया कील
अटॉप्सी रिपोर्ट के मुताबिक, महिला को जीवित रहते हुए कीलों से ठोंका गया और फिर उसे जलाया गया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि महिला का शरीर 99% जल चुका था, और हड्डियों के टुकड़े तक जल गए थे. उसके दाहिनी जांघ में घाव और बाईं जांघ में कील धंसी हुई थी. उसका चेहरा और दोनों निचले अंग पूरी तरह से जल गए थे, जिससे स्पष्ट होता है कि महिला ने बेहद कष्टकारी यातनाएं सही.
घटना के बाद घरों में लगाई आग
इस घटना के बाद कई घरों में आग लगाई गई और लूटपाट की गई. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है और बताया कि महिला के पति ने भी बताया कि उसे बेरहमी से मार डाला गया. हमलावरों का संबंध एक घाटी स्थित संगठन से होने का शक जताया गया है. यह पूरी घटना मणिपुर में बढ़ती हिंसा का हिस्सा है, और स्थानीय आदिवासी समुदायों ने इस मुद्दे पर केंद्रीय सरकार से हस्तक्षेप की अपील की है.
इस घटना से उग्रवादियों के प्रति गुस्सा और भय दोनों ही बढ़ गए हैं. स्थानीय आदिवासी नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो और भी हिंसा हो सकती है. मणिपुर में जारी हिंसा के बीच यह मामला एक और दुखद और भयावह घटना बनकर सामने आया है.