Manipur Violence : मणिपुर में अब तक नहीं रुकी हिंसा, झड़प में एक की हुई मौत
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार को विष्णुपुर जिले में पीडब्ल्यू मंत्री कोनथौजम गोविंद दास के आवास पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोड़-फोड़ की।
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। राज्य पूरी तरह से हिंसा की आग में झूलस रह है। सेना, असम राइफल और राज्य रक्षा इकाइयों के प्रयस के बाद भी विवाद थम नहीं रहा है। बुधवार को विष्णुपुर जिले में पीडब्ल्यू मंत्री कोनथौजम गोविंद दास के आवास पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने तोड़-फोड़ की।
वहीं दूसरे मामले में भीड़ की सुरक्षाबलों से झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बुधवार की शाम भीड़ ने राज्य के मंत्री गोविंददास कोन्थौजम के घर पर हमला किया। हालांकि हादस के समय मंत्री और उनका परिवार घर पर मौजूद नहीं थे।
प्रदर्शकारियों में अधिक महिलाएं
खबरों की माने तो कल राज्य के मंत्री गोविंददास कोन्थौजम के घर पर जिन प्रदर्शनचारियों ने मंत्री के घर पर हमला किया, उनमें अधिकतर महिलाएं शामिल थीं। आपको बता दें कि उनके घर में फर्नीचर के साथ बाकी प्रापर्टी के साथ भी तोड़-फोड़ की गई है। खबर है की भीड़ ने मंत्री के आवास पर इसलिए हमा किया क्योंकि मणिपुर सरकार स्थानीय लोगों को उग्रवादियों से बचाने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं कर रही है।
इस हादसे पर अधिकारियो का कहना है कि राज्य में ऐसा पहली बार हुआ है जब मैती और कुकी समुदाय के लोगों के बीच जारी जातीय हिंसा के समय किसी मंत्री के घर पर हमला किया।
हिंसा अब तक 70 लोगों की हुई मौत
मणिपुर में मैती और कुकी समुदाय के बीच पिछले तीन सप्ताह पहले हिंसा शुरू हुई थी। इसमें अबतक 70 लोगों की मृत्यु हो गई। राज्य में इस माहौल को नियंत्रित करने के लिए सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है। वहीं राज्य में सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए पूर्वी सैन्य कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आर पी कालिता ने मणिपुर का दौरा किया।
साथ ही उन्होंने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति और जल्द से जल्द सामान्य स्थिति स्थापित करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच एकजुटता बढ़ाने के उपायों पर चर्चा की।