Manipur Violence: मणिपुर हिंसा पर राजनेताओं की जुबानी जंग जारी, जानिए किसने क्या कहा?

Politicians on Manipur Violence: मई महीने से ही मणिपुर में हिंसा चल रही है. रिपोर्टस के मुताबिक, हिंसा में अबतक 160 से ज़्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.

Shabnaz Khanam
Shabnaz Khanam

Politicians on Manipur Violence: कई महीने से चल रही मणिपुर हिंसा को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में लगातार जुबानी जंग जारी है. मणिपुर में क्या हालात हैं इसकी ज़मीनी हकीकत जानने के लिए इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (INDIA) के 21 सांसद दो दिन के दौरे पर गए हैं. वहां पर इन सांसदों ने कई राहत शिविरों में जाकर लोगों से बातचीत की. जिसके बाद से लगातार सबके बयान आ रहे हैं. 

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि मणिपुर के लोग चाहते हैं कि उनका जीवन शांति के साथ गुजरें. उन्होने कहा कि सेंट्रल और राज्य सरकार को जल्द से जल्द कोई बड़ा कदम उठाना चाहिए. मणिपुर के सीएम को सबके साथ मिलकर बात करना चाहिए. अधीर रंजन ने बिष्णुपुर के एक राहत शिविर का दौरा करने के बाद कहा कि यहा के लोगों को बहुत परेशानियों का सामना कर रहे हैं. 

 
कांग्रेस का केंद्र पर निशाना
 
इसके साथ ही गोगोई ने भी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार कह रही है कि मणिपुर में शांति है अगर ऐसा है तो फिर लोग अभी भी राहत कैंप्स में क्यों रह रहे हैं. इन लोगों को घर वापस क्यों नहीं भेजा गया. उसके साथ ही उन्होने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि मणिपुर में जल्द शांति लौटेगी और सभी को इंसाफ़ मिलेगा. 

बीजेपी का पलटवार

विपक्ष के आ रहे बयानों पर सरकार ने भी पलटवार किया. बीजेपी ने इल्ज़ाम लगाया है कि अपोज़िशन पार्टियां फोटो खिंचवाने गई हैं. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि हम संसद में चर्चा करने के लिए तैयार हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कहा है कि हम मणिपुर मामले पर चर्चा करना चाहते हैं, लेकिन अपोज़िशन इस मुद्दे पर राजनीति करने की कोशिश कर रहे हैं.

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने क्या कहा?
 
मणिपुर मामले पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि मणिपुर हिंसा भड़कने के बाद से राज्य में जो भी मामले हुए हैं, वो दुखी करने वाले हैं. सिर्फ शांति ही राज्य में खुशहाली ला सकती है. राज्य में जो भी मामले हुए हैं वो बिल्कुल भी ठीक नहीं थीं. इससे हम सभी को बहुत दुख पहुंचा है. हमें लोगों को फिर से बसाने के लिए कोशिश करनी चाहिए. 
 


 

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30 July 2023, 06:32 AM IST

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