'घृणा फैलाने का प्रयास है', अमेरिका में सिखों को लेकर राहुल की टिप्पणी पर बरसे मनजिंदर सिंह सिरसा
Rahul Gandhi Sikhs Remarks: अमेरिका के एक कार्यक्रम में सिखों को लेकर राहुल गांधी के बयान से राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. इस बीच राहुल के बयान पर अब भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि विदेशी धरती पर भारत में सिखों की दस्तार और ककार के बारे में राहुल गांधी की अपमानजनक और विभाजनकारी टिप्पणियों की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं.
Rahul Gandhi Sikhs Remarks: कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अमेरिका में एक कार्यक्रम में सिखों का उदाहरण देते हुए भारत में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति पर अपने बयान से राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है. बीते दिन सोमवार को वर्जीनिया के हर्नडन में एक कार्यक्रम में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा, '(भारत में) लड़ाई इस बात को लेकर है कि क्या सिखों को पगड़ी पहनने की अनुमति दी जाएगी. क्या सिखों को कड़ा पहनने या गुरुद्वारा जाने की अनुमति दी जाएगी. लड़ाई इसी बात को लेकर है और यह सिर्फ़ सिखों के लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है'.
'सिखों को पगड़ी पहनने, गुरुद्वारा जाने से नहीं रोका गया'
मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि भारत में, किसी भी सिख को पगड़ी पहनने या गुरुद्वारा जाने से कभी नहीं रोका गया है! प्रधानमंत्री मोदी जी, सिख धर्म के प्रति अपने गहरे सम्मान में, गुरुद्वारा साहिब में माथा टेकते समय गर्व से दस्तार पहनते हैं. राहुल गांधी द्वारा वास्तविकता को विकृत करने का प्रयास न केवल भ्रामक है, बल्कि कलह और घृणा फैलाने का एक खतरनाक प्रयास है.
I unequivocally condemn Rahul Gandhi’s derogatory and divisive remarks on foreign soil about Sikhs’ Dastar and Kakaar in India. In India, no Sikh has ever been stopped from wearing a turban or visiting a Gurudwara!
— Manjinder Singh Sirsa (@mssirsa) September 10, 2024
Prime Minister Modi Ji, in his deep respect for Sikhism, proudly… pic.twitter.com/gXfX8AiEIN
सिख धर्म को निशाना बनाने का गांधी परिवार का इतिहास जगजाहिर है, 1984 के सिख नरसंहार को अंजाम देने में उनकी भूमिका से लेकर नरसंहार के लिए जिम्मेदार लोगों को बचाने और पुरस्कृत करने तक. राहुल गांधी की विरासत विश्वासघात की है, और उनकी विभाजनकारी राजनीति कांग्रेस के 'फूट डालो और राज करो' के एजेंडे को जारी रखती है.
भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने भी साधा निशाना
भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने उन्हें चुनौती दी है. उन्होंने राहुल गांधी को भारत में सिखों के बारे में अपनी टिप्पणी दोहराने की चुनौती दी. उन्होंने कहा कि वह उन्हें कोर्ट में घसीटेंगे. आरपी सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शासन में 1984 के दिल्ली दंगों के दौरान 3000 सिख मारे गए थे.
'दिल्ली में 3000 सिखों का नरसंहार किया गया'
आरपी सिंह ने आगे कहा कि दिल्ली में 3000 सिखों का नरसंहार किया गया, उनकी पगड़ियां उतार दी गईं, उनके बाल काट दिए गए और दाढ़ी मुंडवा दी गई. वे (राहुल गांधी) यह नहीं कहते कि यह सब तब हुआ जब वे (कांग्रेस) सत्ता में थे... मैं राहुल गांधी को चुनौती देता हूं कि वह सिखों के बारे में जो कह रहे हैं, उसे भारत में दोहराएं और फिर मैं उनके खिलाफ मामला दर्ज करूंगा और उन्हें कोर्ट में घसीटूंगा.
राहुल गांधी ने अपने बयान में क्या कहा था?
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने अपने अमेरिका दौरे पर एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि वे इस बात को लेकर लड़ाई लड़ रहे हैं कि भारत में सिखों को पगड़ी पहनने की अनुमति होगी या नहीं. राहुल गांधी ने वर्जीनिया में कहा कि सबसे पहले, आपको ये समझना होगा कि लड़ाई किस बारे में है. लड़ाई राजनीति के बारे में नहीं है. ये सतही है. आपका नाम क्या है? लड़ाई इस बारे में है कि क्या एक सिख के तौर पर उन्हें भारत में पगड़ी पहनने की इजाजत दी जाएगी या एक सिख के तौर पर उन्हें भारत में कड़ा पहनने की इजाजत दी जाएगी, या एक सिख गुरुद्वारा जा सकेगा? लड़ाई इसी बारे में है और सिर्फ उनके लिए नहीं, बल्कि सभी धर्मों के लिए है.