Protest For Maratha Reservation In Maharashtra: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर एक बार फिर से विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. आरक्षण की मांग को लेकर कार्यकर्ता मनोज जरांगे ने शनिवार, (20 जनवरी) को हजारों लोगों के साथ मिलकर राज्य के जालना से लेकर मुंबई तक विरोध प्रदर्शन शुरू कर किया है. उनका यह प्रदर्शन मराठा समुदाय के आरक्षण की मांग को लेकर है. प्रदर्शन की शुरुआत से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए राज्य की एकनाथ शिंदे सरकार पर निशाना साधते हुए क्रूर और असंवेदनशील बताया.
इस दौरान मनोज जरांगे ने कहा कि राज्य सरकार मराठा आरक्षण के मुद्दे को सुलझाने में बिलकुल ही नाकाम रही है. इसके साथ ही उन्होंने अंतिम सांस तक इस लड़ाई को जारी रखने की कसम खाई.
बता दें कि यह प्रदर्शन मार्च मराठा आरक्षण कार्यकर्ता जरांगे के पैतृक गांव अंतरवाली सारती गांव से 11 बजे शुरू हुई. जरांगे ने कहा, आरक्षण के लिए मराठा समुदाय ने सरकार को सात महीने का समय दिया था, लेकिन इसपर कोई कदम नहीं उठाया गया. मैं इस प्रदर्शन को अपनी आखिरी सांस तक जारी रखूंगा. जब तक आरक्षण की मांग पूरी नहीं हो जाती मैं पीछे नहीं हटूंगा. बता दें की इससे पहले उनके नेतृत्व में राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मराठा आंदोलन शुरू हुआ था. इस दौरान कई जगहों पर हिंसा की घटनाएं की भी दर्ज की गई थी. हालांकि, सरकार और उनके बीच हुए समझौते के बाद यह आंदोलन रूक गया था.
जरांगे ने मराठा युवाओं द्वारा आत्महत्या में वृद्धि का हवाला देते हुए राज्य सरकार और अन्य मंत्रियों की आलोचना की है. उन्होंने कहा, मराठा युवा आरक्षण के मुद्दों पर अपनी जान दे रहे हैं, लेकिन सरकार अब भी कुछ नहीं कर रही. सरकार इतनी क्रूर और असंवेदनशील कैसे हो सकती है?
जरांगे ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि छत्रपति संभाजीनगर जिले के एक व्यक्ति ने बताया कि आरक्षण के कारण उसके बेटे ने आत्महत्या कर ली. उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन के दौरान भूख हड़ताल पर वह अपने समुदाय के लोगों के साथ बात करेंगे. 25 जनवरी को जरांगे के मुंबई पहुंचने की संभावना है. First Updated : Saturday, 20 January 2024