Parliament Security Breach: 13 दिसंबर 2001 को जब आतंकवादियों ने संसद में हमला किया तो देश का हर एक नागरिक इस घटना को सुनकर हैरान हो गया था. ठीक 22 साल बाद जब संसद पर हमले की 22वीं बरसी वाले दिन दो लोगों ने सिक्योरिटी को ठेंगा दिखाते हुए दर्शक दीर्घा से कूदकर हॉल में लोकसभा में धुआं-धुआं कर दिया.
वहीं, जिन दो लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है, उसमें से एक लड़की ने कहा कि इतनी पढ़ाई करने के बाद भी उसके पास कोई काम नहीं है. सरकार को आज इस घटना को एक चेतावनी के रूप में लेना चाहिए. युवाओं में आज असंतोष है, वह एक तरीके से पेशेवर अपराधी बन रहे हैं. साथ ही साल 2014 में पहली बार मोदी सरकार केंद्र में सत्ता में आई थी, तब उन्होंने देश के युवाओं से वादा किया था कि हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे.
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल के माध्यम से कहा कि याद है न, नए संसद भवन की आवश्यकता, भविष्य को लेकर दूरदर्शिता और अत्याधुनिक सुरक्षा को लेकर किस तरीके से प्रचार किया गया था. वहीं, आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने कहा कि आज 22 वर्षों बाद एक बार फिर जो हुआ वह बहुत निंदनीय है और इस घटना की सब लोग एक सुर में इसकी निंदा कर रहे हैं. इस घटना की तत्काल प्रभाव से जांच होनी चाहिए. झा ने आगे कहा कि लेकिन हमारे साथियों ने जिस प्रकार कानून अपने हाथों में लेकर लात-घूसे चलाए हैं. वह दृश्य भी काफी असहज करने वाला है. अब संसद सदस्य भीड़ द्वारा हमले की आलोचना कैसे करेंगे.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि संसज भवन के बाहर से पकड़े गए दो लोगों की पहचान हरियाणा के जींद जिले गांव घासो खुर्द निवासी नीलम (42) और लातूर महाराष्ट्र निवासी अमोल शिंदे (25) के रुप में हुई है. वहीं, नीलम हिसार सिविस सेवा परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी. वहीं, मनोरंजन पेशे से ऑटो ड्राइवर है और कर्नाटक का रहने वाला है. साथ ही सागर शर्मा लखनऊ का निवासी है. सभी आरोपी एक दूसरे को जानते थें. First Updated : Thursday, 14 December 2023