Delhi News: देश के विभिन्न अल्पसंख्यक वर्गों का प्रतिनिधित्व करने वाले धार्मिक नेताओं ने संसद में उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की. इसके बाद धार्मिक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे. साथ ही संसद की कार्यवाही भी देखेंगे.
ऑल इंडिया इमाम ऑर्गनाइजेशन के चीफ इमाम डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी ने कहा कि, ''हम यह संदेश देना चाहते थे कि इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है. हम भारत में रहते हैं और हम भारतीय हैं. हमें देश को मजबूत बनाना है. हमने यह भी दिया है'' यह संदेश कि हम सब एकजुट हैं.”
महाबोधि इंटरनेशनल मेडिटेशन सेंटर, लेह के पूर्व अध्यक्ष भिक्खु संघसेना ने कहा कि, "नई संसद का दौरा करना और पीएम मोदी और उपराष्ट्रपति के साथ संक्षिप्त बातचीत करना एक ऐतिहासिक क्षण है. हमने कहा कि हम सभी को समृद्धि के लिए मिलकर काम करना होगा.
नए संसद भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात पर सभी अल्पसंख्यक धर्मगुरुओं ने कहा कि, ''हमारी जातियां, रीति-रिवाज, धर्म, प्रार्थना पद्धतियां अलग हो सकती हैं. लेकिन एक इंसान के तौर पर हमारा सबसे बड़ा धर्म मानवता है. हम सभी एक ही देश में रहते हैं'' हम सभी भारतीय हैं. आइए हम अपने देश को मजबूत करें.
आगे उन्होंने कहा कि, हमारा देश हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. हमें मिलकर अपने देश को आगे ले जाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश फिर से 'विश्वगुरु' बनने के करीब है. और ऐसा करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा. नए संसद भवन के ये दृश्य हमारे देश के बदलते समय का प्रमाण हैं."
पारसी समुदाय के महायाजक दस्तूर ने कहा कि, ''हम यहां सभी धर्मों को आशीर्वाद देने आए हैं. जब तक पीएम नरेंद्र मोदी यहां हैं, हमें किसी बात का डर नहीं है. हम आगे बढ़ते रहेंगे और मैं चाहता हूं कि हमारा देश सबसे महान हो'' First Updated : Monday, 05 February 2024