देश में शादी-विवाह से अर्थव्यवस्था को मिल रही मजबूती, करोड़ों का फायदा, जानें कैसे
भारतीय शादियों में होने वाले खर्चों से अर्थव्यवस्था को बहुत लाभ मिलता है. क्योंकि हर शादियों में कई तरह के सामानों की आवश्यकता होती है. बता दें कि पिछले साल पीएम नरेंद्र मोदी ने वेड इन इंडिया का आवाहन किया था, जिसमें देश के अंदर डेस्टिनेशन वेडिंग मनाने की सलाह दी गई थी. क्योंकि कई अमीर लोग अपनी शादियों को सेलिब्रेट करने के लिए विदेशों में जाना अधिक पसंद करते हैं.
![शादी समारोह](https://images.thejbt.com/uploadimage/library/16_9/16_9_0/---------------------------------1000780692.webp)
देश में होने वाले शादी-विवाह में अनेक प्रकार के खर्चे होते हैं. क्योंकि इस फंक्शन में की तरह के मेहमान आते हैं, खाने-पीने की बेहतर व्यवस्था होती है. मगर अब इससे अर्थव्यवस्था पर बड़ा असर देखने को मिल रहा है, एक रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में वेडिंग इंडस्ट्री करीब 130 अरब डॉलर (10 लाख करोड़ रुपये) पर पहुंच गई है. आश्चर्य की बात तो ये है कि शादी देश का दूसरा बड़ा व्यापार है. एक होने वाली शादी से कई लोगों को कमाई करने का मौका मिल जाता है.
जानें किस प्रकार हो रहा फायदा
भारत में होने वाली शादियों का रिपोर्ट तैयार करने वाली जेफरीज ने बताया कि शादी को लेकर होने वाले अलग-अलग खर्चों को देखा तो हमें इस बात का पता आसानी लग सकता है. हर किसी की शादियों में ज्वैलरी से लेकर बर्तन, कपड़े, सजावट, बैंड-बाजा इन चीजों पर अधिक रुपए खर्च होते हैं. भारत में होने वाली हर शादी पर करीब 12.5 लाख रुपये खर्च होते हैं. जो भारत की प्रति व्यक्ति जीडीपी से 5 गुना है, जो 2.4 लाख रुपये है. वहीं एनुअल हाउसहोल्ड इनकम से 3 गुना है, जो 4 लाख रुपये है. हैरानी की बात है कि भारतीय शादियों पर लोग कई अन्य देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा खर्च करते हैं.
शादियों से इन लोगों की कमाई
1- ज्वैलरी पर खर्च- हर घर की शादी में सबसे अधिक खर्च ज्वैलरी पर किया जाता है. जिससे सर्राफा उद्योग को सबसे ज्यादा 35-40 फीसदी का लाभ होता है.
2- कैटरिंग इंडस्ट्री की कमाई- शादी में खाने पर भी खर्च किया जाता है, जिससे 24-26 फीसदी राजस्व मिलता है.
3- फोटोग्राफी की कमाई- हर शादी बिना फोटोशूट के अधूरा है, इसलिए इस इंडस्ट्री को 18-20 फीसदी का लाभ होता है.
4- कपड़ा उद्योग को लाभ- शादियों में कपड़े का रोल तो सबसे पहले है, इसलिए कपड़ा उद्योग की कमाई 9-10 फीसदी बढ़ जाती है.
5- डेकोरेशन इंडस्ट्री की कमाई- शादियों में सजावट का रोल तो बहुत प्रबल है, इससे इस इंडस्ट्री को भी 9-10 फीसदी कमाई बढ़ जाती है.
6- अन्य इंडस्ट्री को लाभ- अगर शादियों के अन्य खर्चों को जोड़ा जाए तो विभिन्न इंडस्ट्रीज को 20-25 फीसदी की कमाई होती है.