Manpreet Singh: शहीद कर्नल मनप्रीत के मासूम बेटे ने ऐसे दी पिता को अंतिम विदाई, लोगों ने कहा, जवान जिंदा है
Manpreet Singh: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेंड में सेना के दो जवान सहित चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. इन शहीद जवानों में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह भी शामिल थे.
Manpreet Singh: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेंड में सेना के दो जवान सहित चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे. इन शहीद जवानों में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह भी शामिल थे. मोहाली में आज उन्हें अंतिम विदाई दी गई. उनके घर पर हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ मौजूद थी, जो कर्नल को खोने के गम में डूबी थी. इस दौरान मनप्रीत के मासूम बेटे ने सेना की वर्दी पहनकर सैल्यूट करते हुए पिता को अंतिम विदाई दी.
बच्चों की तस्वीर देखकर भावुक हुए लोग
पिता को अंतिम विदाई देते हुए उनकी बेटी भी सल्यूट करती दिखी. शहीद कर्नल के दोनों बच्चों की यह तस्वीर देखकर हर कोई भावुक हो गया. वहां पर मौजूद सभी लोगों के जुबां पर बस एक ही बात रही, वह थी- जवान जिंदा है. इस दौरान मनप्रीत की पत्नी जगमीत कौर भी रोती रहीं. उन्होंने कहा कि बुधवार को जब मेरी बात मनप्रीत से हुई थी तो उन्होंने कहा कि अब बाद में बात होगी. मनप्रीत के साले राहुल ग्रेवाल ने कहा कि दोनों की शादी 2016 में हुई थी और 7 साल में ही यह दिन देखना पड़ा है.
#WATCH | Son of Col. Manpreet Singh salutes before the mortal remains of his father who laid down his life in the service of the nation during an anti-terror operation in J&K's Anantnag on 13th September
— ANI (@ANI) September 15, 2023
The last rites of Col. Manpreet Singh will take place in Mullanpur… pic.twitter.com/LpPOJCggI2
तीन महीने पहले घर आए थे मनप्रीत
तीन महीने पहले कर्नल मनप्रीत सिंह एक महीने की छुट्टी पर घर आए थे और परिवार के साथ समय बिताया था. अब उनका परिवार तीन महीने पहले उनके साथ बिताए गए छुट्टियों के दिनों को याद कर रहा है. पत्नी जगमीत कौर ने कहा कि मैं अकसर दो दिनों में एक बार बात करती ही थी. लेकिन बुधवार को जब मैंने उनसे बात करने के लिए कॉल किया तो उन्होंने बाद में बात करने की बात करते हुए कहा कि अभी मैं ऑपरेशन में जा रहा हूं.
कर्नल मनप्रीत के पिता ने कहा कि उनके बच्चों के लिए यह समझना भी मुश्किल है कि उनके पिता अब नहीं रहे. यह बलिदान कितना बड़ा है, फिर भी हम दिल को समझा रहे हैं.