Manipur Violence: केंद्रीय गृह मंत्री को मैरी कॉम ने लिखा पत्र, अपनी समुदाय के लिए मांगी सुरक्षा
Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले चार महीनें से भड़की हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के अलग-अलग इलाकों में लगातार हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है.
हाइलाइट
- पिछले चार महीने से हिंसा की आग में जल रहा मणिपुर.
- हिंसा की शुरूआत में भी मैरी कॉम ने लिखा था पत्र.
- सुरक्षा मामलों में निष्पक्षता को लेकर रखी बात.
Manipur Violence: पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले चार महीनें से भड़की हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के अलग-अलग इलाकों में लगातार हिंसा की घटनाएं दर्ज की जा रही है. इस बीच बॉक्सिंग स्टार एम सी मैरी कॉम ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखते हुए सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया है.
बॉक्सिंग स्टार मैरी कॉम ने अपने पत्र के जरिए हस्तक्षेप की मांग की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सुरक्षा बल दोनों युद्धरत समूहों को मणिपुर के कोम गांवों में घुसपैठ करने से रोकें.
मैरी कॉम ने गृह मंत्री को लिखा पत्र
गुरुवार को अमित शाह को लिखे पत्र में बॉक्सिंग स्टार मैरी कॉम ने कहा कि कोम समुदाय मणिपुर की एक स्वदेशी जनजाति है, जो अल्पसंख्यकों में सबसे छोटी जनजाति में से एक है. पद्म विभूषण से सम्मानित खिलाड़ी मैरी कॉम ने कहा, "हम सभी दो प्रतिद्वंद्वी समुदायों के बीच बिखरे हुए हैं.
उन्होंने आगे लिखा कि दोनों तरफ से मेरे समुदाय के खिलाफ संदेह होते हैं और सभी समस्याओं के बीच में फंसे हुए हैं. कमजोर आंतरिक प्रशासन और एक छोटा अल्पसंख्यक जनजातिय समुदाय होने के कारण हम अपने अधिकार क्षेत्र में घुसपैठ करने वाली किसी भी ताकत के खिलाफ लड़ने में सक्षम नहीं हैं."
घुसपैठ रोकने हेतु सुरक्षा बलों की मदद की मांग
मैरी कॉम ने कहा, "हम दोनों युद्धरत समूहों को कोम गांवों में घुसपैठ से रोकने के लिए सुरक्षा बलों की मदद चाहते हैं." उन्होंने भारतीय सेना, अर्धसैनिक बल और राज्य बलों के सभी तैनात दलों से अनुरोध किया कि वे सुरक्षा संबंधित मामलों में निष्पक्ष रहें और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बनाए रखने में सफल हो.
कुकी और मैतेई समुदाय से एकजुट होने की आग्रह
पूर्व राज्यसभा सदस्य ने मणिपुर में सभी लोगों, विशेष रूप से मैतेई और कुकी समुदाय से मतभेदों को दूर करने और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, "हम सभी को सह-अस्तित्व की जरूरत है, इसलिए आइए अपने मतभेदों और घावों को दूर करें और एकजुट हो जाएं."