'हो सकता है जज साहब ने पैसा उधार लिया हो…': अखिलेश यादव का बड़ा बयान, भगवा कपड़े का भी दिया हवाला
दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से बरामद नकदी पर अखिलेश यादव ने हैरान करने वाली बात कही है. उनका कहना है कि जज साहब पर सवाल उठाना ठीक नहीं, हो सकता है कि यह पैसा उधार लिया गया हो! साथ ही उन्होंने भगवा कपड़े और आग लगने की घटनाओं का भी जिक्र किया. इतना ही नहीं अखिलेश ने महाकुंभ में लापता हुए लोगों और सरकार की चुप्पी पर भी सवाल खड़े किए. आखिर इस बयान के पीछे उनका मकसद क्या है? पूरी खबर जानने के लिए पढ़ें…

New Delhi: दिल्ली हाईकोर्ट के जज यशवंत वर्मा के घर से बरामद नकदी को लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने कहा कि जज साहब पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगाया जा सकता, हो सकता है कि उन्होंने यह पैसा किसी से उधार लिया हो. अखिलेश ने वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि उसमें भगवा रंग का कपड़ा भी दिख रहा है और कई बार आग लगने की घटनाएं भी हो जाती हैं.
उत्तराखंड का उदाहरण देकर सरकार पर निशाना
अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि इस मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है, जबकि उत्तराखंड में कई सौ करोड़ रुपये बरामद होने के बावजूद अब तक यह पता नहीं चल पाया कि वह पैसा किसका था. उन्होंने सवाल उठाया कि इस पर सरकार चुप क्यों है?
#WATCH | Lucknow: Regarding cash found at the residence of Delhi High Court judge Yashwant Verma, SP President Akhilesh Yadav says, "... Maybe he (Yashwant Verma) had borrowed that money... only a small amount has been seized. We have seen several hundred crore rupees seized in… pic.twitter.com/ek99Mh2on5
— ANI (@ANI) March 23, 2025
महाकुंभ में लापता हिंदुओं पर सरकार से जवाब मांगा
अखिलेश ने सरकार पर महाकुंभ के दौरान हुई मौतों और लापता हुए लोगों को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि सरकार हिंदुओं से झूठ बोल रही है. महाकुंभ में कई लोग लापता हुए, लेकिन सरकार न तो उन्हें खोज रही है और न ही उनके परिजनों को मुआवजा देना चाहती है. उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे लोग खुद को 'सनातनी' कह सकते हैं?
'यह सम्राट हर्षवर्धन का कुंभ है, बीजेपी ने कभी उनका नाम नहीं लिया?'
अखिलेश ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि ये लोग इतिहास और नाम बदलने में ही लगे रहते हैं. उन्होंने कहा कि कुंभ का आयोजन सम्राट हर्षवर्धन के समय से चला आ रहा है लेकिन बीजेपी ने कभी उनका नाम तक नहीं लिया. उन्होंने सवाल किया कि आखिर बीजेपी सरकार कब तक महाकुंभ में लापता हुए लोगों का पता लगाएगी और उनके परिवारों को इंसाफ देगी?
अखिलेश के इस बयान से सियासत और गरमा सकती है. अब देखना होगा कि बीजेपी की तरफ से इस पर क्या प्रतिक्रिया आती है और क्या महाकुंभ से जुड़े मामलों की जांच आगे बढ़ती है या नहीं.