Mawlynnong Village : मनुष्य को स्वस्थ रखने के लिए पौष्टिक आहार की जरूरी होती है. हेल्दी फूड के साथ अपने आसपास साफ-सफाई रखना भी उतना नहीं जरूरी है. गंदगी से कई तरह की बीमारियां हो जाती है, जिससे व्यक्ति कई रोगों से ग्रसित हो जाता है. भारत सरकार की ओर से भी स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने के लिए समय-समय पर योजनाएं चलाई जाती हैं. जिसका मकसद होता है लोगों को स्वच्छता रखने के लिए जागरूक करना. लेकिन क्या आप जानते हैं भारत का सबसे स्वच्छ गांव कौन सा और कहां है?
देश के मेघालय राज्य में पूर्वी खासी हिल्स जिले में मौलिन्नोंग गांव (Mawlynnong Village) स्थित है. यह गांव अपनी स्वच्छता के लिए जाना जाता है. यह भारत ही नहीं बल्कि पूरे एशिया का सबसे स्वच्छ गांव है. यहां पर दूर-दूर से पर्यटक गांव की खूबसूरती को देखने आते हैं. साल 2003 में डिस्कर इंडिया ने इसे एशिया का सबसे स्वच्छ गांव का दर्जा दिया था. इसे गॉड्स ओन गॉडन भी कहा जाता है. इस गांव में महिलाओं को अधिक अहमियत दी जाती है. यहां पर ज्यादा सोग खासी जनजाति के हैं. यहा पर मातृवंशी समाज की परंपरा रही है.
मौलिन्नोंग गांव में करीब 900 लोग रहते है. लोग कृषि पर निर्भर रहते हैं. इस गांव में सड़क गंदी न करने और घर पर शौचालय बनाने की प्रेरणा दी गई. कचरे को एक बांस के बॉक्स में रखा जाता है और रिसाइकिल किया जाने लगा है. इस गांव में प्लास्टिक पर पूरी तरह से प्रतिबंध है. इन नियमों का पालन नहीं करने पर जुर्माने का प्रावधान भी है. यहां पर हर नागरिक सफाई में हिस्सा लेता है ऐसा न करने पर उसे खाना नहीं दिया जाता है. First Updated : Sunday, 06 August 2023