Women's Reservation Bill: महिला आरक्षण विधेयक (नारी शक्ति वंदन अधिनियम) पारित हो गया. इसके बाद पीएम मोदी ने महिला सांसदों से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने महिला सांसदों के साथ तस्वीर भी खिंचवाई, जिनमें से कई ने विधेयक पारित होने का जश्न मनाने के लिए मिठाइयां बांटीं. कई महिला सदस्यों ने विधेयक को पारित कराने में निर्णायक नेतृत्व के लिए प्रधानमंत्री की सराहना भी की.
लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने के विधेयक को राज्यसभा में इसके पक्ष में सर्वसम्मति से मतदान के बाद संसदीय मंजूरी मिल गई. लोकसभा के विपरीत, जहां सदन में मौजूद 456 सांसदों में से दो ने विधेयक के खिलाफ मतदान किया था, राज्यसभा में सभी 215 सांसदों ने गुरुवार, 21 सितंबर को इसके पक्ष में मतदान किया.
पीएम ने की महिला सांसदों से मुलाकात
विधेयक पारित होने के बाद, प्रधान मंत्री मोदी ने कानून का समर्थन करने के लिए सांसदों का आभार भी जताया. इसके साथ ही पीएम ने एक्स पर लिखा, 'हमारी गतिशील महिला सांसदों से मिलने का सम्मान मिला, जो नारी शक्ति वंदन अधिनियम (एसआईसी) के पारित होने पर बिल्कुल रोमांचित हैं,' उन्होंने आगे लिखा कि 'यह देखकर खुशी हो रही है. परिवर्तन के अग्रदूत उसी कानून का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं जिसका उन्होंने समर्थन किया है. नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने के साथ, भारत एक उज्जवल, अधिक समावेशी भविष्य के शिखर पर खड़ा है और हमारी नारी शक्ति इस परिवर्तन के मूल में है.'
'मोदी है तो मुमकिन है'
ऐतिहासिक विधेयक के सफलता पूर्वक पारित होने के लिए प्रधान मंत्री की सराहना करते हुए, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि ये उपलब्धि केवल यह दर्शाती है कि 'मोदी है तो मुमकिन है.' ये सिर्फ एक कहावत नहीं है. इसके साथ ही उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विधेयक के पारित होने को 'नारी शक्ति को सशक्त बनाने की दिशा में देश की यात्रा में एक मील का पत्थर बताया.
First Updated : Friday, 22 September 2023