RSS Foundation Day: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विजयदशमी (24 अक्टूबर 2023) को अपना स्थापना दिवस मना रहा है, इस मौके पर आरएसएस के प्रमुख संघ के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम धर्म की मर्यादा हैं. हमें उनके चरित्र का अनुसरण करना चाहिए. ताकि इस देश में कट्टरता फैलाने वालों से बचा जा सके. उन्होंने आगे कहा कि कट्टरता से धार्मिक उन्माद फैलता है.
मोहन भागवत ने कहा कि हर साल भारतवासियों को लगातार गौरव बढ़ता जा रहा है, इस साल जी-20 समिट में दुनिया ने भारत के आतिथ्य को माना है. उन्होंने कहा कि हमारा देश के गौरव को देखा, हमारी सद्भावना देखी और हमारी राजनैतिक कुशलता को भी देखा. पहली बार ऐसा हुआ कि वसुधैव कुटुंबकम की बात कही गई हो. करूणा के बारे में वैश्विकरण पर पहुंचाया गया. हमारे देश के खिलाड़ियों ने एशियाई खेलों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए 107 पदक जीते. आज हमारा देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के प्रथम पृष्ठ पर जिनका फोटो (भगवान राम) है, उनका आज भव्य मंदिर अयोध्या में तैयार हो रहा है. 22 जनवरी को उसका लोकार्पण होगा, वहां तो हम नहीं जा पाएंगे. लेकिन हम आसपास के मंदिर में पहुंचकर दर्शन करेंगे. देश में भक्ति भाव का वाताराण पैदा हो, इसके लिए हम कोशिश करते रहेंगे. भागवत ने कहा आज हमें अमृतकाल देखने के मिल रहा है.
सर संघ चालक ने कहा कि मणिपुर इतना शांत था, लेकिन वहां पर आग कैसे लग गई? मणिपुर में इस हिंसा के पीछे सीमा पार के आतंकी शामिल थे? मैतेई और कुकी समाज को किसने एक-दूसरे के खिलाफ खड़ा कर दिया? सीमावर्ती इलाकों में दंगा हो, इससे किसको फायदा मिलेगा? कौन लोग इस हिंसा को पीछे से हैंडल कर रहे हैं? उन्होंने आगे कहा कि उस हिंसा को शांत करने के लिए वहां पर गृहमंत्री अमित शाह और अन्य मंत्री जाकर बैठें हैं और इस हिंसा का समाधान निकालने की कोशिश करें. खुद को उकसाने वाली परिस्थिति को शांत करने वाले मैं तमाम संघ के कार्यकर्ताओं को बधाई देता हूं. First Updated : Tuesday, 24 October 2023