Monsoon season: गर्मी से परेशान लोगों का मानसून को लेकर इंतजार अब खत्म हो गया है। केरल के तट में मानसून का आगाज हो गया है मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार इस हफ्ते के अंत तक दक्षिण भारत के अन्य राज्यों में भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है। आपको बता दे कि इस बार मौसम विभाग ने अनुमान लगाया था कि 4 जून तक केरल में मानसून दस्तक दे सकता है लेकिन उनका अनुमान गलत साबित हुआ इसबार मानसून पूरे एक हफ्ते की देरी के बाद आया है। अमूमन मानसून की शुरुआत 1 जून से ही हो जाती है।
मौसम विभाग ने मानसून को देखते हुए अनुमान लगाया है कि, शुरुआती सप्ताह में मानसून की रफ्तार बिपारजॉय चक्रवात के चलते कमजोर रह सकती है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा था कि, अगले 24घंटे के अंदर केरल में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो जाएगा, वही 48 घंटे के भीतर तमिलानडू, पूर्वोत्तर भारत, दक्षिण भारत और कर्नाटक में भी इसका असर देखने को मिल सकता है। उसके बाद धीरे-धीरे मानसून मध्य प्रदेश होते हुए उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड,राजस्थान, दिल्ली पंजाब और हरियाणा राज्यों तक पहुंच जाएगा।
वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस बार मानसून आने में देरी हुई है जिसके वजह से शुरुआती सप्ताह में इसकी रफ्तार धीमी रहेगी। लेकिन जैसे ही बिपारजॉय का असर खत्म होगा मानसून अपनी रफ्तार पकड़ लेगा।
निजी मौसम विभाग के वाइस प्रेसिडेंट महेश पालावत ने कहा कि, अगर अगले दो तिन दिनों में पछुआ हवा तेज बहेगी तो मानसून रफ्तार पकड़ सकती है। उन्होंने आगे कहा कि, किसानों को बुवाई के लिए तय समय से 10 दिन तक का इंतजार करना पड़ सकता है। हालांकि मानसून में देरी से किसानों के फसल पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। First Updated : Thursday, 08 June 2023