विदेशों की जेल में बंद हैं 10000 से अधिक भारतीय नागरिक, जानें पाकिस्तान में कितने कैदी हैं बंद
सरकार ने एक सवाल से जवाब में कहा कि वर्तमान में 10 हजार से अधिक भारतीय विदेशों की जेलों में कैद हैं, इनमें से 49 लोगों को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है. सरकार के आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा कैदी सऊदी अरब की जेल में बंद हैं. इसके बाद यूएई और फिर तीसरे नंबर पर नेपाल है. पाकिस्तान (266), चीन (173), संयुक्त राज्य अमेरिका (169), ओमान (148) और रूस तथा म्यांमार दोनों में 27-27 भारतीय जेल में बंद हैं.

सरकार ने गुरुवार को राज्यसभा को बताया कि वर्तमान में 10000 से अधिक भारतीय नागरिक विभिन्न देशों की जेलों में बंद हैं, जिनमें से 49 को मृत्युदंड की सजा सुनाई गई है. सबसे अधिक 2,633 भारतीय सऊदी अरब की जेल में कैद हैं, जबकि दूसरे नंबर पर 2,518 संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में कैद हैं.
विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग (आईयूएमएल) के सांसद अब्दुल वहाब के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा, "मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के आधार पर, वर्तमान में विचाराधीन कैदियों समेत 10,152 भारतीय कैदी विदेशी जेलों में हैं. हालांकि, कई देशों में प्रचलित सख्त गोपनीयता कानूनों के कारण, स्थानीय अधिकारी कैदियों के बारे में सूचना तब तक साझा नहीं करते हैं, जब तक कि संबंधित व्यक्ति ऐसी सूचना के प्रकटीकरण के लिए सहमति न दे. यहां तक कि जो देश सूचना साझा करते हैं, वे भी आमतौर पर कैद विदेशी नागरिकों के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं देते हैं."
भारतीय नागरिकों पर बारीकी से नजर रखते हैं
सिंह ने आगे कहा कि सरकार विदेशी जेलों में बंद भारतीय नागरिकों सहित विदेशों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा, संरक्षा और कल्याण को उच्च प्राथमिकता देती है. विदेशों में भारतीय मिशन/केंद्र सतर्क रहते हैं और स्थानीय कानूनों के उल्लंघन या कथित उल्लंघन के लिए विदेशी देशों में भारतीय नागरिकों को जेल में डाले जाने की घटनाओं पर बारीकी से नज़र रखते हैं.
दुनिया भर में जेलों में बंद भारतीयों का विवरण
मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, नेपाल तीसरे स्थान पर है, जहां 1,317 भारतीय जेल में बंद हैं. अन्य देशों में कतर (611), कुवैत (387), मलेशिया (338), पाकिस्तान (266), चीन (173), संयुक्त राज्य अमेरिका (169), ओमान (148) और रूस तथा म्यांमार दोनों में 27-27 भारतीय जेल में बंद हैं.
कुवैत ने दी सबसे ज्यादा भारतीयों को मौत की सजा
आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि 2020 से अब तक कुवैत में सबसे ज्यादा 25 भारतीय मौत की सजा या मृत्युदंड के मामले दर्ज किए गए हैं. इसके बाद सऊदी अरब में नौ, ज़िम्बाब्वे में सात, मलेशिया में पांच और जमैका में एक व्यक्ति मौत की सजा के मामले में दूसरे नंबर पर है.
मंत्रालय ने कहा कि यूएई ने वहां मारे गए भारतीयों की संख्या का खुलासा नहीं किया है, लेकिन 2020 और 2024 के बीच किसी भी भारतीय को फांसी नहीं दी गई. इस साल फरवरी में यूएई में तीन भारतीयों को फांसी दी गई थी, जिनमें उत्तर प्रदेश की एक नर्स और केरल का एक व्यक्ति शामिल था.
49 को मौत की सजा सुनाई गई
मौत की सज़ा का सामना कर रहे 49 भारतीयों में से 25 संयुक्त अरब अमीरात में, 11 सऊदी अरब में छह मलेशिया में और तीन कुवैत में हैं. इसके अलावा, इंडोनेशिया, कतर, संयुक्त राज्य अमेरिका और यमन में एक-एक भारतीय नागरिक मौत की सजा का सामना कर रहा है.
कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा, "विदेश स्थित भारतीय मिशन/केंद्र उन भारतीय नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करते हैं, जिन्हें विदेशी अदालतों द्वारा मृत्युदंड सहित अन्य सजाएं दी गई हैं. भारतीय मिशन/केंद्र जेलों का दौरा करके कांसुलर पहुंच भी प्रदान करते हैं तथा अदालतों, जेलों, सरकारी अभियोजकों और अन्य संबंधित एजेंसियों के साथ उनके मामलों को आगे बढ़ाते हैं. जेल में बंद भारतीय नागरिकों को अपील, दया याचिका आदि दायर करने सहित विभिन्न कानूनी उपायों की खोज में भी सहायता प्रदान की जाती है."