रामलला के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगे 6500 से ज्यादा मेहमान, 23 जनवरी से आम लोगों के लिए खुलेगा मंदिर
Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय हो गई है. 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम तय किया गया है. रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने इसकी जानकारी दी.
Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में होने वाली राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख सामने आ चुकी है. 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम तय किया गया है. गुरुवार, (26 अक्टूबर) को मीडिया से बातचीत के दौरान रामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि पीएम मोदी ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी कार्यक्रम में शामिल होंगे. साथ ही सीएम योगी और उत्तर प्रदेश के राज्यपाल प्रोटोकाल शिष्टाचार के तहत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे.
पूजन कार्यक्रम में शामिल होंगे 4000 संत
चंपत राय ने कहा कि देश के सभी पूजा पद्धति के 4000 संत प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. संत समाज के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से 2500 लोग जैसे वैज्ञानिक, कलाकर, परमवीर चक्र से सम्मानित परिवारों, शहीद कारसेवकों के परिवारों को भी आमंत्रित किया जाएगा. राम मंदिर आंदोलन में अहम भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय व्यक्तियों के परिजनों को भी इस कार्यक्रम के लिए न्योता दिया जाएगा. 100 से ज्यादा प्रिंट मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के मालिकों को भी प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया जाएगा.
12:00 बजे से 12:45 के बीच संपन्न होगी प्राण प्रतिष्ठा
राम जन्मभूमि परिसर में अंदर में बैठने की सीमा तय है. प्राण प्रतिष्ठा में आने वाले मेहमानों को अनिवार्य रूप से आधार कार्ड लाना होगा. प्राण प्रतिष्ठा का पूजन वाराणसी के लक्ष्मी कांत दीक्षित कराएंगे. 22 जनवरी को दोपहर 12:00 बजे से 12:45 के बीच प्राण प्रतिष्ठा संपन्न होगा. राम भक्त प्राण प्रतिष्ठा के अगले दिन से रामलला का दर्शन कर सकेंगे. प्रधानमंत्री के पूजन के बाद ही आमंत्रित मेहमानों को रामलाल का दर्शन हो पाएगा.
ये मेरा सौभाग्य है- पीएम मोदी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए पीएम मोदी ने बताया कि कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारी उनसे मिलने पहुंचे थे और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर अयोध्या आने का न्यौता दिया. पीएम मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि वो इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनेंगे.