History: बीजेपी ही नहीं कांग्रेस सरकार में थोक के भाव सस्पेंड हुए MP, एक साथ 63 सांसदों को कर दिया निलंबित
History: क्या आपको पता है ये पहली बार नहीं है जब इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित किया गया है? राजीव गांधी की सरकार में एक साथ 63 सांसद को एक साथ सस्पेंड किया जा चुका है.
History: 18 दिसंबर (सोमवार को) संसद के शीतकालीन सत्र में जोरदार हंगामा हुआ. जिसके चलते एक ही दिन में लोकसभा और राज्यसभा के मिलाकर 78 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. जिसमें से 33 लोकसभा के और 45 राज्यसभा के सांसद हैं. वहीं अब तक दोनों सदनों को मिलाकर कुल 92 सांसदों को सस्पेंड किया जा चुका है.
शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए आज संसद से निलंबित किए गए विपक्षी सांसदों ने संसद की सीढ़ियों पर विरोध प्रदर्शन किया. लेकिन क्या आपको पता है ये पहली बार नहीं है जब इतनी बड़ी संख्या में सांसदों को निलंबित किया गया है? राजीव गांधी की सरकार में एक साथ 63 सांसद को एक साथ सस्पेंड किया जा चुका है.
कांग्रेस सरकार में 63 सांसद हुए थे निलंबित
दरअसल, ये बात 15 मार्च 1989 की बात कि है जब देश के प्रधानमंत्री राजीव गांधी थे. तब कांग्रेस के पास 400 से अधिक सांसद थे. लेकिन सवाल ये है कि उस समय क्या हुआ था? पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर ठक्कर कमीशन की रिपोर्ट को संसद में रखे जाने पर हंगामा कर रहे थे. तब अध्यक्ष ने एक बार में 63 सांसदों के एक साथ हफ्ते भर के लिए निलंबित कर दिया गया था. चार अन्य सांसद उनके साथ सदन से बाहर चले गए.
सांसद को कब किया जाता है निलंबित
अगर सदन में सांसद उस लाइन को क्रॉस कर देते हैं जिसे नियमों के तहत बनाया गया है, वे वेल में आ जाते है, हंगामा करते हैं, नियमों का दुरुपयोग करते हैं और जानबूझकर नारेबाजी करते हैं. स्पीकर की बातों को सरासर नकार देते हैं. तो ऐसे में स्पीकर के पास पावर होता है कि उस सदस्य को तुरंत निलंबित कर सकते हैं.