MPs Suspended: संसद में सुरक्षा चूक मामले पर हंगामा, पूरे सत्र के लिए दोनों सदनों के 15 सांसद सस्पेंड
Opposition MPs Suspended: संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर अब विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार 14 दिसंबर को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया और गृह मंत्री अमित शाह के बयान देने की मांग की...
Opposition MPs Suspended: संसद की सुरक्षा में चूक के मामले पर अब विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार 14 दिसंबर को लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा किया और गृह मंत्री अमित शाह के बयान देने की मांग की. इस बीच लोकसभा स्पीकर ने हंगामा करने के आरोप में कांग्रेस सदस्यों टी एन प्रतापन. हिबी इडेन, जोतिमणि रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को शीतकालीन सत्र की बाकी बचे समय से सस्पेंड कर दिया है. राज्यसभा 15 दिसंबर 2023 तक के लिए स्थगित.
सदन से 15 सांसदों के निलंबन पर जेडीयू सांसद राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि, "सरकार ने अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए निलंबन किया है. वे विपक्ष को डराना चाहते हैं. आप बनाकर शासन नहीं कर सकते डर, अगर विपक्षी सांसद कल की सुरक्षा विफलता के संबंध में गृह मंत्री से बयान की मांग कर रहे थे, तो इसमें गलत क्या था? गृह मंत्री को आकर बयान देना चाहिए. वे निलंबित कर सकते हैं, उनके पास बहुमत है और वे जो चाहें कर सकते हैं. ..आपने उनका आचरण देखा होगा यदि कल संसद में प्रवेश करने वाले दो व्यक्ति मुस्लिम होते या कोई कांग्रेस सांसद होता जिसने उन्हें पास जारी किया होता...''
राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में कल हुए सुरक्षा उल्लंघन पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा. "संसद की सुरक्षा का उल्लंघन हाल के दिनों में अद्वितीय एक बहुत ही गंभीर मामला है. मामले की गंभीरता को देखते हुए, मैं संसद में भारतीय दलों के नेताओं के परामर्श से इस विचार पर आया हूं कि मामला इस तरह का है यह महत्वपूर्ण है कि इसे राज्य सभा (राज्य सभा) के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए.
LoP Rajya Sabha Mallikarjun Kharge writes to Chairman of Rajya Sabha Jagdeep Dhankhar over yesterday's security breach in the Parliament House.
— ANI (@ANI) December 14, 2023
"The breach of Parliament security is a very grave matter unparalleled in the recent past. In view of the gravity of the matter, myself… pic.twitter.com/RFMcNLZ3sl
इसके अलावा, जब तक गृह मंत्री इस मामले पर बयान नहीं देते हैं और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती है, तब तक कोई चर्चा नहीं होती है. नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे लिखते हैं.