ओबामा के बयान पर मुख्तार अब्बास नकवी ने दिया बड़ा बयान, भारतीय संस्कृति को समझने की दी सलाह

मुख्तार अब्बास नकवी ने ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करेगा जो भारत कि छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, पहले भारत के अधिकारों और संस्कृति को समझें।

calender

Mukhtar Abbas Naqvi: भारत के मुसलमानों के अधिकारों के बारे में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की टिप्पणी पर बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी की तीखी प्रतिक्रिया सामने आयी है। मुख्तार अब्बास नकवी ने ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करेगा जो भारत कि छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं और जो लोग ऐसा कर रहे हैं, पहले भारत के अधिकारों और संस्कृति को समझें।

भारत के खिलाफ बयान देना दुर्भाग्यपूर्ण

मुख्तार अब्बास नकवी ने अने बयान में आगे कहा कि, आज समाज के सभी वर्गों का विकास हो रहा है। आज देश में सन 1984 जैसे दंगे नहीं हो रहे। अगर आप भारत विरोधी लोगों के आधार पर भारत के बारे में दुष्प्रचार करने की कोशिश करेंगे तो कोई भी इस पर विश्वास नहीं करेगा। आज देश में समाज के सभी वर्गों का विकास हो रहा है। कुछ लोगों ने विदेशों से भारत के खिलाफ बयान दिए, यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारत के खिलाफ बयान देने वालों पर विपक्ष के किसी भी नेता ने न तो उनकी निंदा की और न ही उनके बारे में कोई बयान दिया।

आज समाज का सभी वर्ग सुरक्षा और समृद्धि के संकल्प को महसूस भी कर रहा है और उसका भागीदार भी बन रहा है लेकिन अफसोस की बात है कुछ हमारे देश में भी ऐसे लोग हैं जो हमारे देश के बेहतरीन माहौल को खराब करने के लिए काम करते हैं लेकिन उस तमाम चीजों के बावजूद आज हमारे प्रधानमंत्री जी को दुनिया के तमाम देश सम्मानित कर रहे हैं और ये उनका सम्मान नहीं है बल्कि इस भारत की बढ़ती हुई शक्ति का सम्मान है।

क्या कहा था बराक ओबामा ने?

भारत के मुसलमानों की सुरक्षा पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की ओर से दिए गए बयान पे देश की सियायत गरमा गई है।दरअसल, बराक ओबामा ने बड़ा बयान देते हुए कहा कहा था कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति प्रधानमंत्री मोदी से मिलते हैं, तो हिंदू बहुसंख्यक भारत में मुस्लिम अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र करना चाहिए। अगर मेरी प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत हुई तो मेरे तर्क का एक हिस्सा ये होगा कि अगर आप भारत में जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा नहीं करते हैं, तो इस बात की संभावना है कि भारत किसी बिंदु पर अलग-थलग होने लगेगा।
  First Updated : Monday, 26 June 2023