मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा,गोलीबारी के बाद बढ़ाया गया इंटरनेट बैन, स्कूल भी रहेंगे बंद
मणिपुर में हिंसा शुरू होने के डेढ़ महीने बाद भी उस पर काबू नहीं पाया गया है। बुधवार यानी आज भी लगातार गोलीबारी की खबरें सामने आ रही है। मणिपुर में बीती रात मंगलवार को दो जगहों से रुक-रुक कर गोलीबारी की खबर सामने आई,जिसकी जानकारी अधिकारियों ने साझा की है।
हाइलाइट
- मणिपुर में नहीं थम रहा हिंसा का सिलसिला
- गेलजान और सिंगडा इलाकों में कई राउंड गोलीबारी
- फायरिंग के बीच बढ़ाया गया इंटरनेट बैन
- इंटरनेट बैन को 25 जून तक बढ़ाने का फैसला
- हिंसा को देखते हुए सभी स्कूलों 1 जुलाई तक बंद
Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा शुरू होने के डेढ़ महीने बाद भी उस पर काबू नहीं पाया गया है। बुधवार यानी आज भी लगातार गोलीबारी की खबरें सामने आ रही है। मणिपुर में बीती रात मंगलवार को दो जगहों से रुक-रुक कर गोलीबारी की खबर सामने आई,जिसकी जानकारी अधिकारियों ने साझा की है।
देर रात कई राउंड हुई गोलीबारी
अधिकारियों के मुताबिक मणिपुर पूर्व के थंगजिंग में मंगलवार की रात 11 बजकर 45 मिनट पर ऑटोमेटिक हथियारों से करीब 15-20 राउंड फायरिंग की आवाज सुनी गई। उन्होंने कहा कि गेलजैंग और सिंगडा से भी छिटपुट गोलीबारी की सूचना मिली है। ये दोनों इलाके कांगचुप क्षेत्र में आते हैं। ये दोनों फायरिंग अलग-अलग जगह से की गई। दोनों जगहों के बीच की दूरी 2 किमी है। हालांकि, इन गोलियों से किसी मौत हुई है या नहीं इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है।
फायरिंग के बीच इंटरनेट बैन बढ़ाया गया
सैन्यबलों की मौजूदगी के बावजूद राज्य में हालात इतने तनावपूर्ण बने हुए है कि सरकार ने हिंसा को देखते हुए सभी स्कूलों को 1 जुलाई तक बंद रखने का फैसला किया है। जबकि फौरी तौर पर इंटरनेट सेवाओं पर लगे रोक को पांच दिनों यानि 25 जून तक के लिए और बढ़ा दिया है और डेटा सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
हिंसा को लेकर विपक्ष ने केंद्र पर बोला हमला
मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्ष केंद्र पर लामबंद है। मणिपुर की कई विपक्षी पार्टियां हिंसा को लेकर पीएम मोदी के साथ बैठक करने के लिए समय मांग चुकी है। इसके साथ-साथ पार्टी के नेताओं ने कहा था कि हिंसा रोकने के सारे प्रयास अभी तक असफल साबित हुए हैं ऐसे में खुद पीएम मोदी के शांति की अपील करनी चाहिए।