अध्यक्ष का पद छोड़ने के बाद बोले शरद पवार, मैं कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा
शरद पवार ने मंगलवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष पद छोड़ने का घोषणा कर दिया है।
हाइलाइट
- शरद पवार ने एनसीपी अध्यक्ष का पद छोड़ने का किया ऐलान
शरद पवार ने मंगलवार को राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) का अध्यक्ष पद छोड़ने का घोषणा कर दिया है। NCP महाराष्ट्र के महा-विकास अघाड़ी गठबंधन में सहयोगी है। 4 दिन पहले गुरुवार को शरद पवार ने कहा था कि रोटी पलटने का वक्त आ गया है। किसी ने मुझसे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी है। न पलटे तो कड़वी हो जाती है। इस बयान पर अजीत पवार ने कहा कि नए चेहरों को आगे लाना NCP की परंपरा रही है।
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अपने संबोधन में कहा, "मेरे पास संसद में राज्यसभा की सदस्यता के 3 साल बाकी हैं, इस दौरान मैं महाराष्ट्र और भारत से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करूंगा, किसी भी तरह की चेतावनी नहीं दूंगा।" 1 मई, 1960 से 1 मई, 2023 तक के सार्वजनिक जीवन की लंबी अवधि के बाद एक कदम पीछे हटना आवश्यक है। इसलिए, मैंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से हटने का फैसला किया है।"
पवार ने कहा कि यह तय करने के लिए एक समिति बनाई जाएगी कि पार्टी प्रमुख के पद की जिम्मेदारी किसे दी जाए। उन्होंने कहा कि पैनल में सुप्रिया सुले, अजीत पवार, प्रफुल्ल पटेल, जयंत पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, छगन भुजबल और अन्य सहित वरिष्ठ सदस्य होने चाहिए।
पवार ने राकांपा कार्यकर्ताओं से कहीं ये बात-
पवार ने राकांपा कार्यकर्ताओं से कहा, “मेरे साथियों, भले ही मैं अध्यक्ष पद से हट रहा हूं, लेकिन मैं सार्वजनिक जीवन से सेवानिवृत्त नहीं हो रहा हूं। 'निरंतर यात्रा' मेरे जीवन का अभिन्न अंग बन गया है। मैं सार्वजनिक कार्यक्रमों, बैठकों में भाग लेता रहूंगा। चाहे मैं पुणे, मुंबई, बारामती, दिल्ली या भारत के किसी अन्य हिस्से में हूं, मैं आप सभी के लिए हमेशा की तरह उपलब्ध रहूंगा”।
शरद पवार महाराष्ट्र के 4 बार मुख्यमंत्री रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री के रूप में भी कार्य किया है। पवार ने 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार बनाने के लिए एनसीपी, कांग्रेस, शिवसेना के गठबंधन को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई थी।