मुस्लिम लीग धर्मनिरपेक्ष इसमें गैर-धर्मनिरपेक्ष कुछ भी नहीं, राहुल गांधी के बयान पर देश में मचा घमासान

राहुल गांधी ने अमेरिका में मुस्लिम लीग को एकदम सेक्युलर पार्टी बताया है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। अब इस बयान पर देश में घमासान मचा हुआ है। बीजेपी ने राहुल गंधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि क्या राहुल गांधी मुस्लिम लीग का इतिहास जानते है उन्हें मुस्लिम लीग का इतिहास पढ़ना चाहिए।

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक सप्ताह के अमेरिका दौरे पर है। इस दौरान राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग पार्टी को लेकर एक बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लीग एकदम धर्मनिरपेक्ष है और इसमें गैर-धर्मनिरपेक्ष जैसा कुछ भी नहीं है। उनके इस बयान पर देश भर में घमासान मचा हुआ है। भाजपा नेताओं ने राहुल के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई और उन्हें इतिहास पढ़ने की सलाह तक दे डाली। वहीं कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी ने बोलने से पीएम का अपमान कैसे हो गया?

दरअसल, राहुल गांधी से केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन को लेकर सवाल किया गया था। इसके जवाब में राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष (सेक्युलर) बताया। उन्होंने कहा कि "इंडियन मुस्लिम लीग में कुछ भी गैर-धर्मनिरपेक्ष नहीं है। मुस्लिम लीग एकदम धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। मुझे लगता है कि उस व्यक्ति (जिसने प्रश्न भेजा है) ने मुस्लिम लीग का अध्ययन नहीं किया है।" 

राहुल के बयान पर भाजपा ने किया पलटवार 

भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी के मुस्लिम लीग वाले बयान पर घेरा है। भाजपा नेता अमित मालवीय ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि "जिन्ना की मुस्लिम लीग, जो पार्टी धार्मिक आधार पर भारत के विभाजन के लिए जिम्मेदार है। राहुल गांधी उसे एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी बता रहे हैं।" उन्होंने कहा कि राहुल भले ही कम पढ़े-लिखे हो, लेकिन यहां वे गलत हैं।

राहुल हेट इंडिया कैंपेन चला रहे-अनिल विज

राहुल गांधी के मुस्लिम लीग वाले बयान पर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि "राहुल गांधी को शायद यह पता नहीं है कि हिंदुस्तान आजाद हो चुका है और यहां की समस्याओं का समाधान यहां की सरकार ही करेगी। राहुल गांधी लगातार हेट इंडिया कैंपेन चला रहे हैं। वे मोहब्बत के बाज़ार में नफरत के सौदागर बन गए हैं।" 

मुस्लिम लीग क्या है?

30 दिसंबर 1906 को ऑल इंडिया मुस्लिम लीग की स्थापना हुई थी। साल 1940 में मोहम्मद अली जिन्ना के नेतृत्व में ऑल इंडिया मुस्लिम लीग ने लाहौर में एक अधिवेशन बुलाया। जिसमें जिन्ना ने एक स्वतंत्र देश का संकल्प लेते हुए पाकिस्तान प्रस्ताव अपनाया था। देश की आजादी के बाद देश का बंटवारा हो गया और 14 अगस्त, 1947 को पाकिस्तान का गठन हो गया। इसी के साथ ऑल इंडिया मुस्लिम लीग, पाकिस्तान मुस्लिम लीग पार्टी बन गई।  

आजादी के बाद इस पार्टी से जुड़े कुछ पुराने नेता भारत में ही रह गए। इसके बाद साल 1948 में मद्रास यानी की चेन्नई में इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग की स्थापना की गई। 1952 से ही यह चुनावी राजनीतिक दल है और केरल में मुस्लिम लीग का प्रभाव ज्यादा है। साथ ही केरल में कांग्रेस की सहयोगी पार्टी भी है। First Updated : Friday, 02 June 2023