मेरी छुट्टी मंजूर हो गई है, मैं घर आ.... वायरल हो रहा अजय का शहादत से पहले का बयान

Doda Encounter: अजय उन चार सैन्यकर्मियों में शामिल थे, जिनमें एक मेजर रैंक का अधिकारी भी शामिल था, जिसने सोमवार रात डोडा जिले के देसा जंगलों में मुठभेड़ के बाद घायल होने के कारण दम तोड़ दिया. अजय आखिरी बार करीब तीन महीने पहले भैसावता कलां स्थित अपने घर आए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी शालू कंवर और माता-पिता हैं.  अजय और शालू की शादी दो साल पहले हुई थी और उनके कोई बच्चे नहीं हैं.

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Doda Encounter: जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों की तरफ से आतंकियों की खोज के लिए जांच अभियान जारी है. वहीं  डोडा में भारतीय सेना और आतंकवादी के बीच हुई  मुठभेड़ में  4 जवान शहीद  हो गए हैं.  इस बीच  मुठभेड़ में राजस्थान के रहने वाले सिपाही अजय सिंह नरुका भी शहीद हुए. ऐसे में उनका शहीद होने पहले का एक भावुक कर देने वाला बयान बेहद चर्चा में बना हुआ है. सिपाही अजय सिंह नरुका शहीद  होने से कुछ घंटे पहले राजस्थान के झुंझुनू में अपने परिवार को फोन करके कहा था कि वह 20 जुलाई को घर आ जाएंगे. 

अजय के चाचा ओम प्रकाश, जो राजस्थान पुलिस में सहायक उपनिरीक्षक हैं, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया, 'अजय ने कल ही घर पर फोन करके बताया था कि वह ठीक है, हालांकि संघर्ष चल रहा है.  लेकिन मैं घर आ रहा हूं क्योंकि मेरी छुट्टी मंजूर हो गई है.' ओम प्रकाश ने बताया , 'लेकिन आज सुबह उसके पिता को सेना से फोन आया जिसमें बताया गया कि वह अब नहीं रहे.' 

4 शहीद जवानों में 1 मेजर भी शामिल है

अजय उन चार सैन्यकर्मियों में शामिल थे, जिनमें एक मेजर रैंक का अधिकारी भी शामिल था, जिसने सोमवार रात डोडा जिले के देसा जंगलों में मुठभेड़ के बाद घायल होने के कारण दम तोड़ दिया. अजय आखिरी बार करीब तीन महीने पहले भैसावता कलां स्थित अपने घर आए थे और उनके परिवार में उनकी पत्नी शालू कंवर और माता-पिता हैं.  अजय और शालू की शादी दो साल पहले हुई थी और उनके कोई बच्चे नहीं हैं. अजय का एक छोटा भाई है जो एम्स, बठिंडा से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. 

अजय शहीद होने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं

अजय परिवार से  ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले पहले व्यक्ति नहीं हैं. इस दौरान उनके चाचा ओम प्रकाश ने कहा, "उनके चाचा सुजान सिंह, जो बीएसएफ में तैनात थे, 14 दिसंबर, 2021 को शहीद हो गए थे' ओडिशा के लक्ष्मीपुर में बीएसएफ ऑपरेशन के दौरान नक्सली हमले में सुजान शहीद हो गए थे. वहीं अजय के पिता कमल सिंह भी 2014-15 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि उनके एक अन्य चाचा कायम सिंह नरुका को 2021 में सेना मेडल से सम्मानित किया गया था. 

मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने दी श्रद्धांजलि

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, " जम्मू -कश्मीर के डोडा जिले में आतंकवादियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में राजस्थान के सिंघाना के भैसावत कलां गांव के सपूत अजय सिंह नरूका जी की शहादत को भावभीनी श्रद्धांजलि. मेरी संवेदनाएं शहीद अजय सिंह नरूका जी के परिवार के साथ हैं.  मैं प्रभु श्री राम से दिवंगत वीर आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं. ॐ शांति!' अजय के अलावा झुंझुनू के डुमोली कलां के खुंबावली निवासी सिपाही बिजेंद्र सिंह भी हमले में शहीद हो गए. 


First Updated : Tuesday, 16 July 2024