भारत का रहस्यमयी गांव! यहां झुंड में पक्षी करते हैं सुसाइड, आज भी अनसुलझा है रहस्य

Jatinga Village Unsolved Mystery: भारत के पूर्वोत्तर राज्य में एक सुंदर और मनमोहक गांव है. राजसी बोरेल पर्वतों से घिरा यह गांव में महज 25,000 लोग रहते हैं. दूर से देखने पर ये गांव का शांत  लगता है लेकिन, गहराई से देखने पर आपको पता चलेगा कि इस शांति के पीछे एक ऐसा पहलू छिपा है जो अंधकारमय है. यह गांव एक बहुत ही अजीबोगरीब घटना के लिए प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि इस गांव में एक साथ झुंड में पक्षी सुसाइड करने के लिए आते हैं.

Deeksha Parmar
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Mysterious Village: भारत में कई ऐसे राज्य है जो अपनी अद्भुत सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. ऐसा ही एक गांव असम में स्थित है जो अपने हरे भरे और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. इस गांव का नाम जटिंगा है देखने में तो बेहद सुंदर और मनमोहक लेकिन इसका रहस्य बेहद हैरान कर देने वाला है. इस गांव को 'पक्षियों की आत्महत्या' के रहस्यमयी स्थल के रूप में जाना जाता है. यहां हर साल एक अजीब घटना होती है जो वैज्ञानिकों और लोगों के लिए एक गुत्थी बनी हुई है. जटिंगा गांव में हर साल मानसून के दौरान सैकड़ों पक्षी उड़ते हुए अचानक मर जाते हैं, जिसे लोग पक्षियों की "आत्महत्या" मानते हैं. यह घटना पूरे विश्व में अनोखी मानी जाती है और इसे लेकर कई तरह की कहानियां और धारणाएं बनी हुई हैं.

जटिंगा गांव का रहस्य

यह रहस्यमयी घटना हर साल सितंबर और अक्टूबर के महीनों में होती है, खासतौर पर बारिश के बाद की धुंध भरी रातों में ऐसी घटनाएं ज्यादा देखने को मिलती है. जटिंगा में पक्षी बड़ी संख्या में आकर अपने जीवन को समाप्त कर देते हैं. स्थानीय लोग और वैज्ञानिक दोनों ही इस घटना को लेकर उलझन में हैं. पक्षियों की यह रहस्यमय मौतें शाम के समय, विशेष रूप से 7 बजे से 10 बजे के बीच होती हैं. ये पक्षी उड़ते-उड़ते अचानक जमीन पर गिर जाते हैं और मर जाते हैं.

कौन से पक्षी करते हैं आत्महत्या?

जटिंगा में मरने वाले पक्षी किसी विशेष प्रजाति के नहीं होते, बल्कि यहां कई प्रकार के प्रवासी और स्थानीय पक्षी जैसे किंगफिशर, टाइगर बर्ड, ब्लैक ड्रोंगो, पोंड हेरोन आदि इस घटना का शिकार होते हैं. ये पक्षी अक्सर पास के जंगलों से आते हैं और गांव के आसपास ही मर जाते हैं.

क्या है वैज्ञानिकों की राय?

वैज्ञानिकों ने इस रहस्य का पता लगाने की कोशिश की है. वैज्ञानिकों के अनुसार, यह पक्षियों की आत्महत्या नहीं है, बल्कि मौसम और वातावरण की विशेष परिस्थितियों के कारण यह घटना घटित होती है. मानसून के दौरान गांव में घना कोहरा और तेज हवाएं होती हैं, जिससे पक्षी रास्ता भटक जाते हैं. गांव में लगे लैंप और रोशनी की तरफ आकर्षित होकर ये पक्षी भ्रमित हो जाते हैं और धुंध में सही दिशा में उड़ान भरने में असमर्थ होकर इधर-उधर टकरा जाते हैं, जिससे उनकी मौत हो जाती है. हालांकि यह एक संभावित वैज्ञानिक व्याख्या है, फिर भी इसे पूरी तरह से साबित नहीं किया जा सका है और यह अब भी रहस्य बना हुआ है. स्थानीय लोग इसे अलौकिक घटना मानते हैं और कई तरह की धार्मिक और पौराणिक कहानियां इससे जोड़ते हैं.

स्थानीय मान्यताएं और विश्वास

जटिंगा के निवासियों का मानना है कि यह घटना किसी बुरी आत्मा या शक्तियों का परिणाम है. उनके अनुसार, ये आत्माएं पक्षियों को अपनी ओर खींचती हैं, जिससे वे मरने के लिए इस गांव में आते हैं. कई लोग इसे पूर्वजों की आत्माओं का क्रोध भी मानते हैं. इस अजीबोगरीब घटना के कारण जटिंगा गांव ने अपनी एक खास पहचान बना ली है और लोग इसे एक रहस्यमयी स्थल के रूप में जानते हैं.

अनसुलझा है जटिंगा का रहस्य

यह अनोखी घटना जटिंगा को दुनियाभर में प्रसिद्ध बनाती है. हर साल कई पर्यटक, वैज्ञानिक और शोधकर्ता इस रहस्य को समझने के लिए यहां आते हैं. हालांकि, यह घटना पक्षी प्रेमियों के लिए दुखद है, फिर भी यह स्थान वैज्ञानिक और रहस्यमयी पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन गया है. जटिंगा का रहस्य आज भी पूरी तरह से सुलझा नहीं है. चाहे यह पक्षियों की आत्महत्या हो या सिर्फ एक प्राकृतिक घटना, यह गांव निश्चित रूप से एक अनोखा स्थान है जहां हर साल कुछ ऐसा होता है जो दुनियाभर के लोगों को चकित कर देता है. पक्षियों की इस अजीबोगरीब मौत की गुत्थी को सुलझाने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन अभी तक इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं मिल सका है.

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19 October 2024, 08:23 AM IST

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