कौन होगा नरेंद्र मोदी का उत्तराधिकारी? RSS करेगा फैसला, नागपुर दौरे के बाद सियासी हलचल तेज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में आरएसएस के संस्थापकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. इस दौरे के बाद शिवसेना (UBT) नेता संजय राउत ने दावा किया कि पीएम मोदी सितंबर में रिटायरमेंट ले सकते हैं. राउत ने यह भी कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ही अगले प्रधानमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष के चयन का फैसला करेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हालिया नागपुर दौरे के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं. नागपुर में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात के बाद शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि मोदी सितंबर में रिटायरमेंट लेंगे और उनके उत्तराधिकारी का फैसला संघ करेगा. राउत का दावा है कि अगला प्रधानमंत्री महाराष्ट्र से होगा और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर भी संघ का ही निर्णय लागू होगा.
रविवार को पीएम मोदी ने नागपुर स्थित संघ मुख्यालय का दौरा किया, जहां उन्होंने आरएसएस के संस्थापकों को श्रद्धांजलि दी और मोहन भागवत से मुलाकात की. इसके अलावा, उन्होंने दीक्षाभूमि जाकर डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन भी किया. हालांकि, उनके इस दौरे के बाद संजय राउत ने इसे राजनीति से जोड़ते हुए नए कयास लगाए.
संघ तय करेगा अगला प्रधानमंत्री?
संजय राउत ने कहा, "पीएम मोदी का उत्तराधिकारी महाराष्ट्र से होगा और इस पर अंतिम फैसला संघ करेगा. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का निर्णय भी संघ के हाथ में होगा. 10 साल बाद मोदी का नागपुर जाकर संघ प्रमुख से मिलना कोई साधारण बात नहीं है." राउत ने आगे कहा, "संघ अब देश के नेतृत्व में बदलाव चाहता है. मोदी जी का दौर खत्म हो चुका है, और अब नया नेतृत्व आएगा. प्रधानमंत्री मोदी सितंबर में रिटायरमेंट लेने वाले हैं और शायद इसी को लेकर वे नागपुर संघ मुख्यालय गए थे. मेरी जानकारी के अनुसार, पिछले 10-11 सालों में मोदी जी वहां नहीं गए थे, लेकिन इस बार उन्होंने मोहन भागवत जी से कह दिया है कि वे 'टाटा-बाय-बाय' करने जा रहे हैं."
फडणवीस ने किया पलटवार
संजय राउत के इस दावे पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "देखिए, मोदी जी 2029 तक प्रधानमंत्री रहेंगे. यह मुगलों की परंपरा नहीं है कि पिता जिंदा हो और बेटा राजा बन जाए. जहां तक मेरे नाम की बात है, मैं किसी पीएम की रेस में नहीं हूं."
"पीएम और संघ के बीच कोई मतभेद नहीं"
आरएसएस नेता सुरेश भैयाजी जोशी ने भी इस मामले पर बयान दिया. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी कई बड़े कार्य कर रहे हैं और उन्हें संघ का पूरा समर्थन प्राप्त है. माधव नेत्रालय की आधारशिला रखना भी उसी का हिस्सा है." जब उनसे पूछा गया कि क्या पीएम मोदी और संघ के बीच कोई मतभेद है, तो उन्होंने स्पष्ट किया, "ऐसा कुछ नहीं है, यह सिर्फ मीडिया की बनाई हुई बातें हैं. संघ और प्रधानमंत्री के बीच किसी तरह की कोई दूरी नहीं है."
नागपुर दौरे के राजनीतिक मायने
पीएम मोदी का संघ मुख्यालय जाना और भागवत से मुलाकात करना महज एक औपचारिकता थी या इसके पीछे कोई बड़ी रणनीति? संजय राउत के दावे से यह सवाल खड़ा हो गया है कि क्या संघ अब बीजेपी में बड़ा बदलाव करने की योजना बना रहा है? क्या मोदी 2024 के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास ले सकते हैं? फिलहाल, इस पर केवल अटकलें ही लगाई जा रही हैं, लेकिन 2024 के चुनावी माहौल में यह बयान जरूर सियासी हलचल मचा सकता है.