Mann Ki Baat: नए साल की शुभकामनाओं के साथ पीएम ने शुरू की मन की बात, जानें क्या बोले मोदी
Mann Ki Baat: पीएम नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को देश की जनता से 'मन की बात' की है, हालांकि ये साल 2023 की आखिरी 'मन की बात' कार्यक्रम है.
हाइलाइट
- पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा आज हमारी साझा यात्रा का 108वां एपिसोड है.
- हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान की माला को भी 108 बार जाप किया जाता है.
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम के जरिए देश की जनता को संबोधित किया है. दरअसल उन्होंने अपने 'मन की बात' की शुरुआत में सारे देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं दी हैं. बता दें कि ये साल 2023 की आखिरी 'मन की बात' कार्यक्रम है. मोदी ने बताया कि, जैसा अहसास अपने घर परिवार के लोगों से मिलकर होता है, ठीक उसी तरह का अहसास आप लोगों से रेडियो कार्यक्रम के जरिए बात करके आता है.
पीएम ने की 108 अंक की चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि, आज हमारी साझा यात्रा का 108वां एपिसोड है. हमारे देश में 108 अंक का एक विशेष महत्व है. इस अंक की पवित्रता एक गहन अध्ययन का विषय है. हिन्दू धर्म के अनुसार भगवान की माला को भी 108 बार जाप किया जाता है. 108 घंटियां, मंदिरों में 108 सीढ़ियां, 108 दिव्य क्षेत्र ये सारी चीजें हमारी आस्था से जुड़ी हुई है. इस बात से मुझे खुशी है कि, 108वां एपिसोड मेरे लिए और अधिक खास हो गया है.
भारत के हर लोगों में है आत्मविश्वास
पीएम मोदी ने बताया कि, देश के 140 करोड़ भारतीयों की ताकत को इस साल बढ़ावा मिला है. इस वर्ष हमारे देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं. भारत का कोना-कोना आत्मविश्वास से भरा हुआ है. उन्होंने कहा कि आने वाले साल में भी इसी भावना और ताकत को हमें बनाए रखना है.
शारीरिक स्वास्थ्य पर देश का फोकस
पीएम ने आगे कहा कि, भारत के प्रयासों से वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष के रूप में मनाया गया है. जिसके कारण कई क्षेत्रों में काम करने वाले स्टार्टअप को अनेक प्रकार के अवसर प्राप्त हुए हैं. इतना ही नहीं शारीरिक स्वास्थ्य को लेकर जिस प्रकार से लोगों में दिलचस्पी देखी गई है, इसकी वजह से कोच और ट्रेनर्स की मांग भी अधिक देखी गई है.
पीएम ने की वीरा मंगई की चर्चा
पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में विदेशी शासन के खिलाफ संघर्ष करने वाली देश की कई महान विभूतियों को याद किया है. दरअसल इसमें एक नाम रानी वेलू नाचियार का भी आता है. उनका कहना है कि, तमिलनाडु के मेरे भाई-बहन आज भी उन्हें वीरा मंगई यानी वीर नारी के नाम से याद किया करते हैं. जिस प्रकार से अंग्रेजों के खिलाफ रानी वेलू नाचियार ने जिस बहादुरी के साथ लड़ाई लड़ी जो पराक्रम दिखाया वह लोगों को प्रेरित करने वाला है.