NASA Capsule Asteroid Sample: धरती पर कैसे शुरू हुआ जीवन? 7 साल बाद क्षुद्रग्रह बेन्नू के सैंपल के साथ धरती पर उतरा, खुलेगा राज
NASA Capsule Asteroid Sample: धरती पर जीवन कैसे शुरू हुआ है? यह राज को खोलने की अहम बैठक हुई. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का एक कैप्सूल रविवार 24 सितंबर को एस्टेरॉयड बेन्नू से क्लेक्ट किया..
NASA Capsule Asteroid Sample: धरती पर जीवन कैसे शुरू हुआ है? यह राज को खोलने की अहम बैठक हुई. अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का एक कैप्सूल रविवार 24 सितंबर को एस्टेरॉयड बेन्नू से क्लेक्ट किया सैंपल लेकर धरती पर वापस आया है, ये कैप्सूल अंतरिक्ष से 7 साल बाद एस्टेरॉयड का सैंपल लेकर अमेरिका के यूटा रेगिस्तान में उतरा.
नाशा ने कहा है कि कैप्सूल की अच्छी हालात में दिख रहा है. यह अपनी हीटशील्ड पर नुकीले भाग की ओर से धरती पर टिका हुआ है. जब यह कैप्सूल पृथ्वी की वायुमंडल में घुसा तो इसकी स्पीड बंदूक से निगली गोली से 15 गुना तेज थी.
इस सैंपल से ये जानकारी मिली है कि 4.5 अरब साल पहले सुरज, सौर मंडल, ग्रह कैसे बने थे, इसकी जानकारी मिलने की यह आशा है कि उन जीवों पर उत्पत्ती हुई. जिनके कारण पृथ्वी पर जीवन संभव हुआ. नासा के मुताबिक ये उन एस्टेरॉयड के बारे में भी जानकारी दे सकता है जो आने वाले समय में पृथ्वी को प्रभावित कर सकते हैं.
7 सात पहले लॉन्च किया गया था मिशन
इस मिशन को आज से सात साल पहले यानी 8 सितंबर 2016 को लॉन्च किया गया था. इसकी खास बात ये रही कि इस मिशन के स्पेसक्रॉफ्ट ने धरती पर लैंडिग के बिना ही सैंपल को यहां पहुंचाया है ओसिरिस- रेक्स अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी से लगभग एक लाख किमी दूर से ये सैंपल कैप्सूल छोड़ा था. करीब चार घंटे बाद ये जमीन पर उतरा है.
नासा ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें ट्वीट कर लिखा कि, "लगभग 3.9 बिलियन मील की यात्रा के बाद, OSIRISREx क्षुद्रग्रह नमूना वापसी कैप्सूल पृथ्वी पर वापस आ गया है. टीमें प्रारंभिक सुरक्षा मूल्यांकन करती हैं - इस हार्डवेयर के संपर्क में आने वाले पहले व्यक्ति क्योंकि यह सौर मंडल के दूसरी तरफ था."
After a journey of nearly 3.9 billion miles, the #OSIRISREx asteroid sample return capsule is back on Earth. Teams perform the initial safety assessment—the first persons to come into contact with this hardware since it was on the other side of the solar system. pic.twitter.com/KVDWiovago
— NASA (@NASA) September 24, 2023