ED की चार्जशीट से गरमाई राजनीति: सोनिया-राहुल पर आरोप, कांग्रेस का देशभर में प्रदर्शन, कहा – मोदी-शाह धमकाने का काम कर रहे हैं!
सोनिया-राहुल समेत कई बड़े नामों पर केस दर्ज होते ही कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए. ED दफ्तरों के बाहर देशभर में जबरदस्त प्रदर्शन शुरू हो गया है. क्या सच में केंद्र सरकार कर रही है एजेंसियों का दुरुपयोग? जानिए पूरी खबर में

New Delhi: देश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है. केंद्र सरकार के रवैये से नाराज़ कांग्रेस अब खुलकर विरोध में उतर आई है. वजह है नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की तरफ से दायर की गई चार्जशीट, जिसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी, सैम पित्रोदा और सुमन दुबे का नाम शामिल है. इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने देशभर में ED के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
क्या है पूरा मामला?
नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग केस की शुरुआत 2012 में हुई थी, जब भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और उनसे जुड़ी संस्थाओं के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा था और अब जाकर इस मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है. चार्जशीट दाखिल होने के बाद दिल्ली, लखनऊ और मुंबई समेत कई शहरों में करीब 661 करोड़ रुपये की संपत्तियों को जब्त करने का आदेश जारी किया गया है. ED ने इस कार्रवाई को 12 अप्रैल 2025 को अंजाम दिया, जिसमें कई अचल संपत्तियों पर कब्जा लिया गया.
25 अप्रैल को होगी अगली सुनवाई
अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 अप्रैल को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में होगी. कोर्ट ने ED से केस डायरी भी मंगवाई है, जिससे यह साफ होता है कि मामला गंभीर है और आने वाले दिनों में राजनीतिक गर्मी और बढ़ सकती है.
कांग्रेस का आरोप – 'ED का हो रहा है गलत इस्तेमाल'
कांग्रेस का साफ कहना है कि मोदी सरकार राजनीतिक विरोधियों को डराने के लिए ED जैसे संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है. कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह विपक्ष को दबाने की रणनीति अपना रहे हैं. इसी के खिलाफ गुस्से में आकर कांग्रेस कार्यकर्ता दिल्ली से लेकर देश के तमाम शहरों में सड़कों पर उतर आए हैं. प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तरों के बाहर जोरदार विरोध और नारेबाज़ी का सिलसिला जारी है. कई जगहों पर पुलिस को प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए तैनात किया गया है.
जिला स्तर तक फैला विरोध प्रदर्शन
इस बार कांग्रेस सिर्फ राजधानी तक नहीं रुकी बल्कि देश के अलग-अलग राज्यों के जिला मुख्यालयों तक प्रदर्शन फैल गया है. पार्टी कार्यकर्ता केंद्र सरकार के दफ्तरों के सामने पहुंचकर विरोध जता रहे हैं. नेशनल हेराल्ड केस राजनीतिक रूप से काफी संवेदनशील बन चुका है. आने वाले समय में इस केस की सुनवाई, ED की अगली कार्रवाई और कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन देश की सियासत को और गरमा सकते हैं.