Ajit Pawar : रविवार को महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव देखने को मिला. लंबे समय से एनसीपी पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार और एनसीपी नेता अजित पवार के बीच मतभेद देखने को मिल रहे हैं. दोनों के बीच मनमुटाव इतना बढ़ कि अजित पवार एनसीपी पार्टी से अलग होकर एनडीए में शामिल हो गए. दरअसल अजित पवार शहर पवार के एक निर्णय से पिछले महीने से नाराज थे. आज उन्होंने कई नेताओं के साथ एनडीए का दामन थाम लिया.
रविवार 2 जुलाई को अजित पवार ने राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली. पिछले महीने एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने पार्टी के सभी फैसले लेने का अधिकार अपनी बेटी सुप्रिया सुले को दे दिया था. दरअसल शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन कार्यकर्ताओं की मांग पर उसे वापस ले लिया. इसके कुछ दिन बाद ही उन्होंने अपनी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले व करीबी प्रफुल्ल पटेल को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था. शरद पवार के इस फैसले से अजित पवार नाराज थे.
शरद पवार के इस फैसले के बाद पार्टी में मनमुटाव देखने को मिला. शरद पवार ने अपनी बेटी को वर्किंग प्रेसिडेंट बनाया. लेकिन अजित पवार को सिर्फ महाराष्ट्र की जिम्मेदारी दी, इसी बात से अजित पवार की नाराजगी बढ़ती गई. जिसके बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं होने लगी थी.
पिछले महीने से ही अजित पवार के एनडीए में शामिल होने की बाते होने लगी थी. ये भी अनुमान लगाए जा रहे थे कि उनके साथ कई कार्यकर्ताओं एनसीपी से इस्तीफा दे सकते हैं. बता दें आज एनडीए में शामिल होने से पहले अजित पवार ने एक बैठक बुलाई थी. शरद पवार ने कहा था कि मुझे नहीं पता उन्होंने ये बैठक क्यों बुलाई. लेकिन वो विपक्ष के नेता हैं और उन्हें विधायकों की बैठक बुलाने का अधिकार है. First Updated : Sunday, 02 July 2023